बोलबा :सेवानिवृत्ति की दहलीज पर खड़े बुजुर्ग शिक्षक सह आरसी मध्य विद्यालय बेहरीनबासा के प्रभारी प्राचार्य निकोलस ¨मज ने आरोप लगाया है कि आरसी मध्य विद्यालय समसेरा के सहायक शिक्षक विजय खेस्स ने जनवरी माह में तत्कालीन डीएसई का एजेंट बनकर नौकरी से हटा देने एवं वेतन बंद करने का डर दिखाकर भयादोहन करते हुए 85000 रुपये वसूला है।
निकोलस ¨मज ने घटना की पूरी जानकारी उपायुक्त को देते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की है। अपनी लिखित शिकायत में उन्होंने कहा है कि 21 जनवरी 2016 को तत्कालीन डीएसई रेणुका तिग्गा ने उनके विद्यालय का निरीक्षण किया था। उस दिन वे अवकाश पर थे। पैसे की कमी एवं दुकानदार द्वारा उधारी न दिए जाने के कारण उस दिन एमडीएम में फल और अंडा विद्यार्थियों को नहीं दिया गया था।
निरीक्षण के क्रम में डीएसई ने कई निर्देश भी विद्यालय प्रबंधन को दिया था। अचानक 29 जनवरी 2016 को आर सी मध्य विद्यालय समसेरा के सहायक शिक्षक विजय खेस्स उनके विद्यालय में आए और डीएसई के निरीक्षण का हवाला देकर उन्हें नौकरी से हटाने और वेतन बंद करने का डर दिखाकर तत्काल 85000 रुपये मांगे। उन्होंने डर से विद्यालय प्रबंधन समिति के खाते से 70000 रुपये निकाले और साथी शिक्षक जेरोम खेस्स से उधार लेकर 85000 रुपये उन्हें दिए। इसके बाद उन्होंने तात्कालिन डीएसई को विजय खेस्स द्वारा उनके नाम पर 85000 रुपये वसूलने की सूचना दी थी, परंतु उन्होंने कोई समुचित कार्रवाई नहीं की । निकोलस ¨मज ने बताया कि घटना के संबंध में बीईईओ रामाश्रय प्रसाद को भी मौखिक सूचना दी थी परंतु उन्होंने भी चुप्पी साध ली। इसके बाद अपने विभाग के ही लोगों की साजिश का शिकार होने पर थक-हार कर न्याय के लिए उपायुक्त से गुहार लगाई है। उपायुक्त ने मामले की जांच करा कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
क्या कहते हैं बीईईओ
निकोलस ¨मज की शिकायत के संदर्भ में बीईईओ रामाश्रय प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि निकोलस ¨मज की शिकायत में हमें सत्यता नहीं लगी। वहीं आर सी मध्य विद्यालय समसेरा के शिक्षक विजय खेस्स ने कहा कि मैंने तो निकोलस जी की मदद ही की है। मैंने कोई पैसा नहीं खाया है।
इधर पूरे मामले पर वर्तमान जिला शिक्षा अधीक्षक उपेन्द्र नारायण ने कहा कि उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली है। मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद ही वास्तविकता का पता चल पाएगा।
निकोलस ¨मज ने घटना की पूरी जानकारी उपायुक्त को देते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की है। अपनी लिखित शिकायत में उन्होंने कहा है कि 21 जनवरी 2016 को तत्कालीन डीएसई रेणुका तिग्गा ने उनके विद्यालय का निरीक्षण किया था। उस दिन वे अवकाश पर थे। पैसे की कमी एवं दुकानदार द्वारा उधारी न दिए जाने के कारण उस दिन एमडीएम में फल और अंडा विद्यार्थियों को नहीं दिया गया था।
निरीक्षण के क्रम में डीएसई ने कई निर्देश भी विद्यालय प्रबंधन को दिया था। अचानक 29 जनवरी 2016 को आर सी मध्य विद्यालय समसेरा के सहायक शिक्षक विजय खेस्स उनके विद्यालय में आए और डीएसई के निरीक्षण का हवाला देकर उन्हें नौकरी से हटाने और वेतन बंद करने का डर दिखाकर तत्काल 85000 रुपये मांगे। उन्होंने डर से विद्यालय प्रबंधन समिति के खाते से 70000 रुपये निकाले और साथी शिक्षक जेरोम खेस्स से उधार लेकर 85000 रुपये उन्हें दिए। इसके बाद उन्होंने तात्कालिन डीएसई को विजय खेस्स द्वारा उनके नाम पर 85000 रुपये वसूलने की सूचना दी थी, परंतु उन्होंने कोई समुचित कार्रवाई नहीं की । निकोलस ¨मज ने बताया कि घटना के संबंध में बीईईओ रामाश्रय प्रसाद को भी मौखिक सूचना दी थी परंतु उन्होंने भी चुप्पी साध ली। इसके बाद अपने विभाग के ही लोगों की साजिश का शिकार होने पर थक-हार कर न्याय के लिए उपायुक्त से गुहार लगाई है। उपायुक्त ने मामले की जांच करा कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
क्या कहते हैं बीईईओ
निकोलस ¨मज की शिकायत के संदर्भ में बीईईओ रामाश्रय प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि निकोलस ¨मज की शिकायत में हमें सत्यता नहीं लगी। वहीं आर सी मध्य विद्यालय समसेरा के शिक्षक विजय खेस्स ने कहा कि मैंने तो निकोलस जी की मदद ही की है। मैंने कोई पैसा नहीं खाया है।
इधर पूरे मामले पर वर्तमान जिला शिक्षा अधीक्षक उपेन्द्र नारायण ने कहा कि उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली है। मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद ही वास्तविकता का पता चल पाएगा।
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