रांची : समायोजन को लेकर आंदोलनरत बीआरपी-सीआरपी, पारा शिक्षक,
परियोजना कर्मी एवं कस्तूरबा विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं हड़ताल से
वापस लौटने के मूड में नहीं हैं।
सेवा से बर्खास्त किए जाने के सरकार के अल्टीमेटम से क्षुब्ध हड़ताली शिक्षकों ने आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया है। इस कड़ी में पारा शिक्षक 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री आवास घेरने की तैयारी में हैं, जबकि बीआरपी-सीआरपी ने सोमवार को आपात बैठक बुलाई है। परियोजनाकर्मी इसी दिन संवाददाताओं के समक्ष अपनी अगली रणनीति का खुलासा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि बच्चों के पठन-पाठन पर पर रहे प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए सरकार ने हड़ताली शिक्षकों को काम पर लौटने की चेतावनी दी है। सरकार ने पारा शिक्षकों को 25 अक्टूबर, परियोजनाकर्मियों को 19 अक्टूबर, जबकि कस्तूरबा विद्यालयों के शिक्षकों को हर हाल में सोमवार तक लौट आने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर उनकी सेवा समाप्त कर दिए जाने का आदेश उपायुक्तों को दिया गया है।
सेवा से बर्खास्त किए जाने के सरकार के अल्टीमेटम से क्षुब्ध हड़ताली शिक्षकों ने आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया है। इस कड़ी में पारा शिक्षक 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री आवास घेरने की तैयारी में हैं, जबकि बीआरपी-सीआरपी ने सोमवार को आपात बैठक बुलाई है। परियोजनाकर्मी इसी दिन संवाददाताओं के समक्ष अपनी अगली रणनीति का खुलासा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि बच्चों के पठन-पाठन पर पर रहे प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए सरकार ने हड़ताली शिक्षकों को काम पर लौटने की चेतावनी दी है। सरकार ने पारा शिक्षकों को 25 अक्टूबर, परियोजनाकर्मियों को 19 अक्टूबर, जबकि कस्तूरबा विद्यालयों के शिक्षकों को हर हाल में सोमवार तक लौट आने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर उनकी सेवा समाप्त कर दिए जाने का आदेश उपायुक्तों को दिया गया है।
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