जासं, रांची : सीसीएल की ओर से चलाए जा रहे कोलियरी विद्यालय शिक्षकों
के वेतन में कटौती के खिलाफ कोयला खदान शिक्षक मोर्चा 30 सितंबर को सीसीएल
मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगा।
इस दौरान शिक्षक काला बिल्ला बांधकर मौन सत्याग्रह करेंगे। प्रबंधन के हृदय परिवर्तन के लिए धरना स्थल पर प्रदर्शनकारी हवन भी करेंगे।
संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विनय कुमार सिंह व सीसीएल प्रदेश के उपाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि कोलियरी विद्यालय के शिक्षकों को न्यूनतम मजदूरी के बराबर भी वेतन नहीं मिलता है। कोयला मंत्रालय के आदेश के मुताबिक शिक्षकों को प्रतिमाह 5000-7000 रुपये वेतन देना है। यह आदेश बीसीसीएल व ईसीएल में लागू हो गया, लेकिन सीसीएल ने लगातार इन आदेशों की अनदेखी की। 2015-16 में 44 में 24 विद्यालयों के शिक्षकों को मात्र 3000 रुपये का भुगतान किया गया। कोल इंडिया में वेतन काटने का प्रावधान नहीं है। महंगाई में वेतन बढ़ता है, जबकि यहां उल्टे कटौती कर ली गई।
इस दौरान शिक्षक काला बिल्ला बांधकर मौन सत्याग्रह करेंगे। प्रबंधन के हृदय परिवर्तन के लिए धरना स्थल पर प्रदर्शनकारी हवन भी करेंगे।
संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विनय कुमार सिंह व सीसीएल प्रदेश के उपाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि कोलियरी विद्यालय के शिक्षकों को न्यूनतम मजदूरी के बराबर भी वेतन नहीं मिलता है। कोयला मंत्रालय के आदेश के मुताबिक शिक्षकों को प्रतिमाह 5000-7000 रुपये वेतन देना है। यह आदेश बीसीसीएल व ईसीएल में लागू हो गया, लेकिन सीसीएल ने लगातार इन आदेशों की अनदेखी की। 2015-16 में 44 में 24 विद्यालयों के शिक्षकों को मात्र 3000 रुपये का भुगतान किया गया। कोल इंडिया में वेतन काटने का प्रावधान नहीं है। महंगाई में वेतन बढ़ता है, जबकि यहां उल्टे कटौती कर ली गई।
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