संवाद सूत्र, गुड़ाबांदा : प्रखंड के बीआरसी भवन के आगे हड़ताली पारा
शिक्षकों ने एकजुटता दिखाकर हक की आवाज बुलंद की। बहरागोड़ा विधायक कुणाल
षाड़ंगी मौके पर पहुंचे और पारा शिक्षकों की मांगों का समर्थन किया।
विधायक को पारा शिक्षकों ने एक मांग पत्र सौंपा और उनके साथ हो रहे अन्याय से अवगत कराया। पारा शिक्षकों का कहना है कि सरकारी शिक्षकों की भांति हमसे उतना ही कार्य सरकार करा रही है और मात्र 7 से 8 हजार वेतन दिया जाता है। पड़ोसी राज्य बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़ में हमारे समकक्ष शिक्षकों को स्थायी समायोजन कर वेतनमान दिया जा रहा है। विधायक कुणाल ने कहा कि झारखंड में सरकार नहीं चल रही है। यहां सिर्फ लाठी और डंडे से आवाज उठाने वाले को दबाया जा रहा है। मौके पर पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष गुड़ाबांदा प्रखंड के कमलेश्वर चौबे, सचिव शिवचरण महतो, सुनील बेरा, सुनील पैड़ा, महेश्वर महतो, अनीता महतो, वीणापाणि महतो, सविता सोरेन, मधुसूधन किस्कू, शमपाल सोरेन, रमेश सोरेन, सत्यवान हांसदा, देवीलाल बेरा के साथ सैंकड़ो पारा शिक्षक एवं गुड़ाबांदा के जिला पार्षद बेलबती मुर्मू एवं प्रखंड प्रमुख जोबती मुंडा, उप प्रमुख देवदत्त गिरी के साथ अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
विधायक को पारा शिक्षकों ने एक मांग पत्र सौंपा और उनके साथ हो रहे अन्याय से अवगत कराया। पारा शिक्षकों का कहना है कि सरकारी शिक्षकों की भांति हमसे उतना ही कार्य सरकार करा रही है और मात्र 7 से 8 हजार वेतन दिया जाता है। पड़ोसी राज्य बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़ में हमारे समकक्ष शिक्षकों को स्थायी समायोजन कर वेतनमान दिया जा रहा है। विधायक कुणाल ने कहा कि झारखंड में सरकार नहीं चल रही है। यहां सिर्फ लाठी और डंडे से आवाज उठाने वाले को दबाया जा रहा है। मौके पर पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष गुड़ाबांदा प्रखंड के कमलेश्वर चौबे, सचिव शिवचरण महतो, सुनील बेरा, सुनील पैड़ा, महेश्वर महतो, अनीता महतो, वीणापाणि महतो, सविता सोरेन, मधुसूधन किस्कू, शमपाल सोरेन, रमेश सोरेन, सत्यवान हांसदा, देवीलाल बेरा के साथ सैंकड़ो पारा शिक्षक एवं गुड़ाबांदा के जिला पार्षद बेलबती मुर्मू एवं प्रखंड प्रमुख जोबती मुंडा, उप प्रमुख देवदत्त गिरी के साथ अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
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