नामकुम/रांची : प्रतियोगी छात्र संघ के तत्वावधान में अभ्यर्थियों ने
मंगलवार को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के मुख्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन
किया. बाद में प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की वार्ता आयोग के सचिव मेघु
बड़ाईक व परीक्षा नियंत्रक योगेंद्र दुबे से हुई. अभ्यर्थियों ने अपनी
बातें रखीं.
उन्होंने कहा कि संयुक्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता
परीक्षा-2016 में शामिल हुए. परीक्षा प्रक्रिया जारी है. 25 प्रतिशत सीटें
प्राथमिक शिक्षकों के लिए रिजर्व है. नियुक्ति नियमावली में स्पष्ट है कि
प्राथमिक शिक्षकों के लिए रिजर्व सीटें खाली रहने पर उसे सीधी भर्ती वाले
अभ्यर्थियों से भरा जायेगा. स्पष्ट प्रावधान रहने के बावजूद आयोग कोई
निर्णय नहीं ले रहा है. वैसी स्थिति में 5000 अभ्यर्थी नियुक्त होने से
वंचित हो जायेंगे. अभ्यर्थियों ने पीजीटी परीक्षा परिणाम के बारे में कहा
कि 50 फीसदी सीटें हाइस्कूल के शिक्षकों के लिए रिजर्व थी, लेकिन उसमें भी
96 फीसदी सीटें खाली रह गयी हैं.
रिक्त होनेवाली सीटों को सीधी भर्ती वाले अभ्यर्थियों से भरने की मांग
की. आयोग के अधिकारियों ने अभ्यर्थियों से कहा कि आप सरकार के पास जायें.
सरकार की अोर से मार्गदर्शन मिलने पर आयोग रिक्त रहनेवाली सीटों पर निर्णय
लेगा. वार्ता करनेवालों में ओमप्रकाश, दुर्गेश तिवारी, रीना चौबे,
प्रियंका पांडेय समेत कई अभ्यर्थी शामिल थे.
राजस्व कर्मचारी व अमीन के अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के मुख्यालय के समक्ष मंगलवार को
अभ्यर्थियों ने धरना-प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों ने वर्ष 2017 में आयोजित
राजस्व कर्मचारी, अमीन व गणक प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट प्रकाशित करने
की मांग की.
अभ्यर्थियों ने कहा कि 886 पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की
गयी थी. अप्रैल 2018 में 1104 अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए
बुलाया गया. सत्यापन होने के बाद अब तक रिजल्ट लंबित है. शीघ्र रिजल्ट
निकालने की मांग की गयी. इस अवसर पर कई अभ्यर्थी उपस्थित थे.
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