रांची।
सेवा नियमित करने समेत समान कार्य के लिए समान वेतन व अन्य मांगों को लेकर
पारा शिक्षकों ने बुधवार से राज्य के पांच प्रमंडलों में पद यात्रा निकाली।
इसमें शामिल शिक्षक पद यात्रा करते हुए 23 अप्रैल को रांची पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा- इसके बाद भी डिमांड की ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो 23 अप्रैल को सीएम आवास का घेराव किया जाएगा। एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के हृषिकेश पाठक, बजरंग प्रसाद, विनोद बिहारी महतो और संजय कुमार दुबे ने संयुक्त रूप से बताया कि लंबित डिमांड पर आज तक सरकार द्वारा कार्यवाही शुरू नहीं की गई है। इसलिए विवश होकर पद यात्रा करने का निर्णय लिया गया है।
राज्य भर के 70 हजार पारा शिक्षक शामिल
उत्तरी छोटानागपुर में कोडरमा से पद यात्रा शुरू हुई। इसी प्रकार दक्षिणी छोटानागपुर में गुमला से, पलामू प्रमंडल में मेदिनीनगर, संथाल परगना में देवघर और कोल्हान प्रमंडल में जमशेदपुर से पद यात्रा शुरू की गई। इसमें राज्य भर के 70 हजार पारा शिक्षक शामिल हुए।
एक मई को भूख हड़ताल पर रहेंगे
पारा शिक्षक डिमांड के समर्थन में एक मई को भूख हड़ताल पर रहेंगे। मोर्चा ने कहा कि पारा शिक्षक वर्ष 2004 से लंबित मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। इस क्रम में राज्य के 81 विधायकों, 14 सांसदों और सीएम के नाम फरवरी-2018 में मांग पत्र सौंपा गया था। 10 मार्च को शिक्षामंत्री का आवास घेराव किया गया। इसके बाद दो दिनों में सीएम से वार्ता कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन आज तक सीएम से बातचीत नहीं हुई। इससे स्पष्ट है कि पारा शिक्षकों की समस्याओं को लेकर सरकार कितनी गंभीर है।
उन्होंने कहा- इसके बाद भी डिमांड की ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो 23 अप्रैल को सीएम आवास का घेराव किया जाएगा। एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के हृषिकेश पाठक, बजरंग प्रसाद, विनोद बिहारी महतो और संजय कुमार दुबे ने संयुक्त रूप से बताया कि लंबित डिमांड पर आज तक सरकार द्वारा कार्यवाही शुरू नहीं की गई है। इसलिए विवश होकर पद यात्रा करने का निर्णय लिया गया है।
उत्तरी छोटानागपुर में कोडरमा से पद यात्रा शुरू हुई। इसी प्रकार दक्षिणी छोटानागपुर में गुमला से, पलामू प्रमंडल में मेदिनीनगर, संथाल परगना में देवघर और कोल्हान प्रमंडल में जमशेदपुर से पद यात्रा शुरू की गई। इसमें राज्य भर के 70 हजार पारा शिक्षक शामिल हुए।
एक मई को भूख हड़ताल पर रहेंगे
पारा शिक्षक डिमांड के समर्थन में एक मई को भूख हड़ताल पर रहेंगे। मोर्चा ने कहा कि पारा शिक्षक वर्ष 2004 से लंबित मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। इस क्रम में राज्य के 81 विधायकों, 14 सांसदों और सीएम के नाम फरवरी-2018 में मांग पत्र सौंपा गया था। 10 मार्च को शिक्षामंत्री का आवास घेराव किया गया। इसके बाद दो दिनों में सीएम से वार्ता कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन आज तक सीएम से बातचीत नहीं हुई। इससे स्पष्ट है कि पारा शिक्षकों की समस्याओं को लेकर सरकार कितनी गंभीर है।
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