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ईमानदारी से शिक्षक पढ़ाते तो बच्चे कम नहीं होते, डुंगरीडीह स्कूल में दो शिक्षक पर 20 बच्चे

डीवीसी डुंगरीडीह प्राथमिक विद्यालय को दूसरे स्कूल में विलय करने के विरोध में सोमवार को ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम बीडीओ को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान बीडीओ संतोष गुप्ता ने ग्रामीणों से पूछा कि उक्त स्कूल में कितने बच्चे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में बच्चों की संख्या 20 है, दो शिक्षक हैं।
बीडीओ ने ग्रामीणों से कहा कि स्कूल में बच्चे आखिर कम क्यों हैं। अगर शिक्षक बच्चों को ठीक ढंग से पढ़ाते तो दूर से भी बच्चे भी इस स्कूल में पढ़ने आते। लेकिन शिक्षक तो केवल ड्यूटी निभा रहे हैं। शिक्षक स्कूल में देर से आते हैं और समय से पहले चले जाते हैं। ऐसे में स्कूल का विलय तो होना ही है। स्कूल को विलय होने से बचाना है तो पहले बच्चों की संख्या को बढ़ाना होगा। फिर शिक्षकों को गुणवत्तापूर्वक शिक्षा देनी होगी। इसके बाद नेतरा और चाकुलिया स्कूल के विलय के विरोध में पहुंचे ग्रामीण भी पारा शिक्षकों के साथ बीडीओ संतोष गुप्ता से मिले। दोनों स्कूलों का विलय नहीं करने की मांग की गई।

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