देवघर: जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में शनिवार को विभिन्न प्रारंभिक
शिक्षक संघों के पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक डीएसई छट्टू विजय ¨सह
की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में शिक्षकों के प्रोन्नति को लेकर विस्तार से चर्चा की गई तथा इसके लिए जारी वरीयता सूची पर भी संघ के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने स्पष्ट कर दिया कि यह सूची फाइनल नहीं, बल्कि औपबंधिक है। 26 दिसंबर तक इसमें सुधार की जो भी गुंजाइश है, उसे पूरा किया जाएगा। सुधार की प्रक्रिया में संघ के जानकार शिक्षक इसमें सहयोग करेंगे। इसके बाद अंतिम रूप से वरीयता सूची का प्रकाशन किया जाएगा तथा प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिक्षकों को प्रोन्नति दी जाएगी। इस पर संघ के प्रतिनिधियों ने भी सहमति जाहिर की।
हालांकि पूर्व में संघ की ओर से इस वरीयता सूची को लेकर कई तरह की आपत्ति थी, जिसका निष्पादन कर लिया गया। बैठक में झारखंड राजकीय प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कुंदन झा, झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विराम चंद्र ¨सह, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के उपाध्यक्ष अविनाश चंद्र राय, ओमप्रकाश पांडेय, सुनील कुमार झा, बसंत कुमार ठाकुर, अजय कुमार तथा प्रगतिशील प्रारंभिक शिक्षक संघ के विमल कुमार राय मौजूद थे।
बैठक में शिक्षकों के प्रोन्नति को लेकर विस्तार से चर्चा की गई तथा इसके लिए जारी वरीयता सूची पर भी संघ के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने स्पष्ट कर दिया कि यह सूची फाइनल नहीं, बल्कि औपबंधिक है। 26 दिसंबर तक इसमें सुधार की जो भी गुंजाइश है, उसे पूरा किया जाएगा। सुधार की प्रक्रिया में संघ के जानकार शिक्षक इसमें सहयोग करेंगे। इसके बाद अंतिम रूप से वरीयता सूची का प्रकाशन किया जाएगा तथा प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिक्षकों को प्रोन्नति दी जाएगी। इस पर संघ के प्रतिनिधियों ने भी सहमति जाहिर की।
हालांकि पूर्व में संघ की ओर से इस वरीयता सूची को लेकर कई तरह की आपत्ति थी, जिसका निष्पादन कर लिया गया। बैठक में झारखंड राजकीय प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कुंदन झा, झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विराम चंद्र ¨सह, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के उपाध्यक्ष अविनाश चंद्र राय, ओमप्रकाश पांडेय, सुनील कुमार झा, बसंत कुमार ठाकुर, अजय कुमार तथा प्रगतिशील प्रारंभिक शिक्षक संघ के विमल कुमार राय मौजूद थे।
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