About Us

Sponsor

झारखंड : ढाई साल से फंसी हैं 23,000 नियुक्तियां

रांची : राज्य सरकार द्वारा शुरू की गयी कई नियुक्ति प्रक्रियाएं पूरी नहीं की जा सकी  हैं. इस वजह से 23,000 से अधिक नियुक्तियां प्रभावित हो रही हैं.  रिक्तियों और परीक्षाओं की तिथि घोषित करने के बाद भी नियुक्तियां फंसी हुई हैं. 
 
पिछले ढाई साल में सरकार ने जेपीएससी समेत आधा दर्जन नियुक्ति परीक्षाएं आयोजित करने की प्रक्रिया शुरू की. परंतु हर बार नियुक्ति के लिए तैयार की गयी नियमावली लेकर विवाद हो गया. इस वजह से प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी. मामले न्यायालय में चले गये. त्रुटिपूर्ण  नियमावली के कारण राज्य कर्मचारी चयन आयोग ने परीक्षाएं स्थगित भी की.
 
नियुक्ति प्रक्रियाएं अधूरी रहने का कारण: राज्य में नियुक्ति प्रक्रियाएं अधूरी रहने का बड़ा कारण परीक्षा आयोजित  करनेवाली एजेंसियों की त्रुटियों की वजह से परिणाम जारी करने के बाद  परीक्षाओं को स्थगित किया गया है. दिसंबर 2015 में संयुक्त स्नातक स्तरीय  परीक्षा के लिए 1150 पदों पर नियुक्ति का विज्ञापन जारी किया.     
 
21 अगस्त 2016 को प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गयी. 25 अक्तूबर को परीक्षाफल  प्रकाशित कर मुख्य परीक्षा की तिथि 27 नवंबर घोषित की गयी, लेकिन अचानक 15  नवंबर 2016 को परीक्षा स्थगित कर दी गयी. कर्मचारी चयन आयोग ने बताया कि  नियुक्ति नियमावली में त्रुटि की वजह से परीक्षा स्थगित कर दी. इसी  तरह वर्ष 2014 में वनरक्षी के 2200 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था.  उसके लगभग तीन वर्ष बाद तक केवल सात जिलों का परिणाम घोषित किया जा सका  है. शेष 17 जिलों का परीक्षा परिणाम अब भी लंबित है. 
 
सरकार ने राज्य में  बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भी आवेदन आमंत्रित किया था.  लगभग 17 हजार शिक्षकों को नियुक्त की जानी थी, पर विषयों की बाध्यता व  अधिसूचित और गैर अधिसूचित जिलों को लेकर नियुक्ति पर विवाद हो गया. मामला  न्यायालय के विचाराधीन चला गया. अब शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया आगे बढ़ाने  के लिए न्यायालय के निर्देश का इंतजार किया जा रहा है. 
 
पिछले दो साल में झारखंड लिपिक सेवा व स्टेनोग्राफर और कक्षपाल की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की गयी है, लेकिन निकाली गयी रिक्तियों के मुकाबले एक-तिहाई  पर ही नियुक्तियां की जा सकीं. कक्षपाल के 1300 पदों के लिए हुई परीक्षा के  बाद केवल 300 छात्रों का ही परिणाम घोषित किया गया. झारखंड लिपिक सेवा व  स्टेनोग्राफर के 400 पदों की बहाली में केवल एक छात्र का ही चयन किया जा  सका. छात्रों का आरोप है कि त्रुटिपूर्ण नियमावली की वजह से योग्य छात्रों  का चयन नहीं किया जा सका. 
 
परीक्षा का नाम रिक्तियां क्या हुआ
 
संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा   1150 पद   परीक्षा स्थगित
वनरक्षी   2200 पद   सात जिलों का परिणाम घोषित, 17 जिलों का लंबित
शिक्षक नियुक्ति   17572 पद   मामला न्यायालय में

झारखंड संयुक्त इंटरमीडिएट स्तरीय नियुक्ति परीक्षा   2300   परीक्षा स्थगित

No comments:

Post a Comment

Photography

Recent

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();