देवघर : नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीइ) की टीम द्वारा गवर्नमेंट बीएड कॉलेज देवघर का भौतिक सत्यापन आगामी अप्रैल में किया जायेगा. एनसीटीइ की टीम को दिखाने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय देवघर द्वारा गवर्नमेंट बीएड कॉलेज देवघर में कम योग्यताधारी शिक्षकों का प्रतिनियोजन कर दिया गया है.
जिले के हाइस्कूलों एवं प्लस टू स्कूलों में कार्यरत उच्च योग्यताधारी शिक्षकों को हाशिये पर रख दिया गया है. यहीं नहीं प्रतिनियोजन के माध्यम से बीए, बीएड योग्यताधारी शिक्षक को पढ़ाने का काम सौंपा गया है. वहीं पीजी योग्यताधारी को पुस्तकालय, प्रयोगशाला व कंप्यूटर लैब की कुरसी संभालने का जिम्मा दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के इस खेल में उच्चयोग्यताधारी शिक्षक अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं.
विभागीय सूत्रों के अनुसार गवर्नमेंट बीएड कॉलेज में निर्धारित मापदंड के अनुसार 13 फैक्लिटी मेंबर की आवश्यकता है. कॉलेज में पूर्व से ही पांच शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति है. आंकड़े को पूरा करने के लिए आठ शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति 28 मार्च को की गयी. एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की कमी का रोना जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय रोता है, तो दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों के उत्क्रमित उच्च विद्यालय के शिक्षकों का बीएड कॉलेज में प्रतिनियोजन कई गंभीर सवाल खड़ा करता है.
वर्ष 15-17 से ही कॉलेज को नहीं है मान्यता
आवश्यक अर्हता पूरा नहीं करने के कारण एनसीटीइ द्वारा शैक्षणिक सत्र 15-17 से गवर्नमेंट बीएड कॉलेज की मान्यता समाप्त कर दी गयी है. शैक्षणिक सत्र 16-18 में मान्यता प्राप्त करने के लिए कॉलेज प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर ली थी, लेकिन कोई फलाफल नहीं निकला था. अब नये शैक्षणिक सत्र 17-19 के लिए मान्यता मिले. इसके लिए सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरा करने का दावा विभाग व कॉलेज प्रशासन कर रहा है. इससे पहले एनसीटीइ द्वारा मांगें गये डाटा को सूचीबद्ध कर भेजा गया था. इसमें प्रमुख रूप से कॉलेज के टीचर का डेटाबेस सहित अग्नि सुरक्षा से संबंधित प्रमाण पत्र, प्रैक्टिस टीचिंग के लिए चयनित दस स्कूलों की सूची भी शामिल किया गया था. गवर्नमेंट बीएड कॉलेज देवघर को शैक्षणिक सत्र 15-17 से मान्यता नहीं है. कम पैसों में बीएड कोर्स पूरा करने की उम्मीद लगाये विद्यार्थियों को अबतक मायूसी ही हाथ लगी है.
टीम को दिखाने के लिए किया गया शिक्षकों का प्रतिनियोजन : डीइओ
कम योग्यताधारी शिक्षकों के प्रतिनियोजन के सवाल पर जिला शिक्षा पदाधिकारी उदय नारायण शर्मा ने बताया कि एनसीटीइ टीम को दिखाने के लिए वर्तमान में शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया गया है. कॉलेज के भौतिक सत्यापन के बाद सूची को अपडेट किया जायेगा. अभी कॉलेज को मान्यता दिलाना व दाखिले के बाद वर्ग कक्ष आरंभ करना पहली प्राथमिकता है.
जिले के हाइस्कूलों एवं प्लस टू स्कूलों में कार्यरत उच्च योग्यताधारी शिक्षकों को हाशिये पर रख दिया गया है. यहीं नहीं प्रतिनियोजन के माध्यम से बीए, बीएड योग्यताधारी शिक्षक को पढ़ाने का काम सौंपा गया है. वहीं पीजी योग्यताधारी को पुस्तकालय, प्रयोगशाला व कंप्यूटर लैब की कुरसी संभालने का जिम्मा दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के इस खेल में उच्चयोग्यताधारी शिक्षक अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं.
विभागीय सूत्रों के अनुसार गवर्नमेंट बीएड कॉलेज में निर्धारित मापदंड के अनुसार 13 फैक्लिटी मेंबर की आवश्यकता है. कॉलेज में पूर्व से ही पांच शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति है. आंकड़े को पूरा करने के लिए आठ शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति 28 मार्च को की गयी. एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की कमी का रोना जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय रोता है, तो दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों के उत्क्रमित उच्च विद्यालय के शिक्षकों का बीएड कॉलेज में प्रतिनियोजन कई गंभीर सवाल खड़ा करता है.
वर्ष 15-17 से ही कॉलेज को नहीं है मान्यता
आवश्यक अर्हता पूरा नहीं करने के कारण एनसीटीइ द्वारा शैक्षणिक सत्र 15-17 से गवर्नमेंट बीएड कॉलेज की मान्यता समाप्त कर दी गयी है. शैक्षणिक सत्र 16-18 में मान्यता प्राप्त करने के लिए कॉलेज प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर ली थी, लेकिन कोई फलाफल नहीं निकला था. अब नये शैक्षणिक सत्र 17-19 के लिए मान्यता मिले. इसके लिए सभी आवश्यक प्रक्रिया पूरा करने का दावा विभाग व कॉलेज प्रशासन कर रहा है. इससे पहले एनसीटीइ द्वारा मांगें गये डाटा को सूचीबद्ध कर भेजा गया था. इसमें प्रमुख रूप से कॉलेज के टीचर का डेटाबेस सहित अग्नि सुरक्षा से संबंधित प्रमाण पत्र, प्रैक्टिस टीचिंग के लिए चयनित दस स्कूलों की सूची भी शामिल किया गया था. गवर्नमेंट बीएड कॉलेज देवघर को शैक्षणिक सत्र 15-17 से मान्यता नहीं है. कम पैसों में बीएड कोर्स पूरा करने की उम्मीद लगाये विद्यार्थियों को अबतक मायूसी ही हाथ लगी है.
टीम को दिखाने के लिए किया गया शिक्षकों का प्रतिनियोजन : डीइओ
कम योग्यताधारी शिक्षकों के प्रतिनियोजन के सवाल पर जिला शिक्षा पदाधिकारी उदय नारायण शर्मा ने बताया कि एनसीटीइ टीम को दिखाने के लिए वर्तमान में शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया गया है. कॉलेज के भौतिक सत्यापन के बाद सूची को अपडेट किया जायेगा. अभी कॉलेज को मान्यता दिलाना व दाखिले के बाद वर्ग कक्ष आरंभ करना पहली प्राथमिकता है.
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