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झारखंड में पांच सितंबर को लांच होगी 'ई-विद्यावाहिनी', अब शिक्षकों व छात्रों के अटेंडेंस पर ऑनलाइन नजर

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य सरकार ने अपनी मुश्कें कस दी हैं। सरकार अब स्कूलों में शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति पर अब ऑनलाइन नजर रखेगी।
स्कूलों में संचालित योजनाएं, मिड डे मील, बच्चों की उपस्थिति आदि के आंकड़े भी ऑनलाइन एकत्र किए जाएंगे। इसकी जवाबदेही शिक्षकों को दी गई, जिनके लिए उन्हें ई-विद्यावाहिनी योजना के तहत टैब उपलब्ध कराए गए हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास अगले महीने शिक्षक दिवस के अवसर पर पांच सितंबर को इस योजना को लांच करेंगे।

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने योजना के क्रियान्वयन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर उसे लागू करने का निर्देश जिला पदाधिकारियों और शिक्षकों को दिया है। इसके तहत शिक्षकों व अधिकारियों को सौंपे गए कार्यो की समय सीमा भी तय कर दी गई है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह ने सभी उपायुक्तों को पत्र भेजकर इस योजना की लांचिंग से पहले सारी प्रक्रियाएं निर्धारित समय में पूरा करने का निर्देश दिया है।

पहले फेज में प्रत्येक जिले के प्रत्येक प्रखंडों में दस-दस स्कूलों में इसे लागू किया जाएगा। 'ई-विद्यावाहिनी' योजना के लिए उन्होंने वैसे स्कूलों का चयन करने को कहा है जहां कंप्यूटर, डाटा इंट्री ऑपरेटर, निर्बाध बिजली की सुविधा, इंटरनेट एवं फोन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने बायोमिट्रिक डिवाइस एवं शिक्षकों के पंजीकरण तथा उनके आंकड़े एकत्रित करने के कार्य भी शीघ्र सुनिश्चित कराने को कहा है। ये सारे कार्य एक सितंबर तक हर हाल में पूरे कराने होंगे। इसके बाद आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास 'ई-विद्यावाहिनी' योजना को शिक्षक दिवस के मौके पर पांच सितंबर को लांच करेंगे।

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