जमशेदपुर.मुख्यमंत्री रघुवर दास
ने कहा कि 21 वीं सदी में मार्डन जीवनशैली, औद्योगीकरण और वैश्वीकरण के
युग में ऐसी शिक्षा व्यवस्था की जरूरत है जिससे बच्चों का आलराउंड
डेवलपमेंट हो।
उन्होंने कहा 15 नवंबर से पहले 21 हजार शिक्षकों की बहाली की जाएगी और राज्य में 100 नए कालेज खोले जाएंगे। वे सोमवार को डीबीएमएस ट्रस्ट द्वारा स्थापित डीबीएमएस कॉलेज आफ एजुकेशन के औपचारिक उद्घाटन के बाद बोल रहे थे।
सीएम
ने कहा कि प्रदेश के 38000 सरकारी स्कूलोंं में से मात्र 7000 में ही
बेंच-डेस्क थे। साढ़े तीन वर्षों के प्रयास से सभी सरकारी स्कूलों में बेंच
डेस्क उपलब्ध कराई गई है। मात्र 6000 विद्यालयों में पहले बिजली व्यवस्था
थी, जो आज 90 प्रतिशत विद्यालयों में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी
क्वालिटी एजुकेशन देना सरकार की प्राथमिकता है। इस दिशा में प्रतिबद्ध
राज्य सरकार सरकारी स्कूल के 50 हजार रु. वेतन पाने वाले उन शिक्षकों को
सीखने के लिए निजी स्कूलों में भेजने पर विचार कर रही है जहां के शिक्षक
20-25 हजार रु. मासिक वेतन पर बच्चों को बेहतर शिक्षा दे रहे हैं। सरकारी
विद्यालयों के टीचरों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा 15 नवंबर से पहले 21 हजार शिक्षकों की बहाली की जाएगी और राज्य में 100 नए कालेज खोले जाएंगे। वे सोमवार को डीबीएमएस ट्रस्ट द्वारा स्थापित डीबीएमएस कॉलेज आफ एजुकेशन के औपचारिक उद्घाटन के बाद बोल रहे थे।
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