रांची। शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने से अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के
पदधारी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारी शिक्षकों की भावना से
खिलवाड़ करना बंद करें। वेतन भुगतान जल्द कराने की कार्रवाई करें। वेतन की
मांग को लेकर शिक्षक उप निदेशक और प्राथमिक शिक्षा निदेशक के आवास पर
कटोरा लेकर बैठने के मूड में हैं।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष बिजेन्द्र चौबे,
महासचिव राममूर्ति ठाकुर और प्रदेश मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि
प्राथमिक और मध्य विद्यालय के शिक्षकों को चार माह से वेतन नहीं मिला है।
इसी तरह चौबीस जिलों के उर्दू शिक्षकों को दो माह से वेतन भुगतान नहीं हुआ
है। इससे शिक्षकों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कटकमसांडी : चार माह से पारा शिक्षकों को नहीं मिला मानदेय
निदेशालय के अधिकारी कान में तेल डाल कर
सो रहे हैं। शिक्षकों को समय पद वेतन दिलाने की पहल अधिकारियों ने कभी नहीं
की। रूटीन कार्य की कोई संस्कृति नहीं है। देर से आवंटन के लिये जिम्मेदार
पदाधिकारी उप निदेशक प्राथमिक शिक्षा मिथलेश सिन्हा और प्राथमिक शिक्षा
निदेशक (प्रभारी) शैलेश चौरसिया संबंधित जिला शिक्षा अधीक्षकों को जिमेवार
बताते हैं। ऐसा कहकर अधिकारी शिक्षकों की भावना से खिलवाड़ कर रहे हैं।
संघ ने कहा कि पदाधिकारी शिक्षकों को
गुमराह करना बंद करे। फरवरी माह से वेतन के लिए तरस रहे आठ जिलों (धनबाद,
पलामू, कोडरमा, हजारीबाग, देवघर, चतरा सरायकेला-खरसावां) सहित प्रदेश के
लगभग एक हजार उर्दू शिक्षकों का आवंटन शीघ्र जारी करे। ऐसा नहीं होने पर
संघ उप निदेशक और प्राथमिक शिक्षा निदेशक के आवास पर हजारों शिक्षकों के
साथ कटोरा ले कर बैठने को बाध्य होंगे। इसकी पूरी जिमेदारी सरकार की होगी।
संघ ने सरकार से लापरवाह पदाधिकारियों को
निदेशालय से हटाने की मांग की। पूर्णकालिक प्राथमिक शिक्षा निदेशक की शीघ्र
नियुक्ति की करने की बात कही। मांग करने वालों में प्रवीण कुमार, सुधीर
दुबे, दीपक दत्ता, विपिन सिंह, आश्विनी तिवारी, बिमल दुबे, यदुनाथ दूदू,
संजय कुमार, नन्दकिशोर सिंह भी हैं।
No comments:
Post a Comment