पबिया (जामताड़ा) : क्षेत्र में शिक्षा का अलख जगानेवाले पारा शिक्षकों को
अब बिना आंदोलन का मानदेय तक नसीब नहीं होता है। उक्त बातें पारा शिक्षक
संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुमन कुमार ¨सह एवं प्रखंड सचिव सबीर अंसारी ने
कही।
उन्होंने कहा कि तीन माह बीत चुका है चौथा माह शुरू हो गया है पर अभी तक पारा शिक्षकों को मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। पारा शिक्षकों को मानदेय नहीं मिलने से शिक्षकों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षकों को समय पर वेतन भेज दिया जाता है। वहीं उनके साथ ही काम कर रहे पारा शिक्षकों को चार माह से वेतन नहीं दिया जाता है। डीएसई अभय कांत कहते हैं कि आवंटन नहीं है। झारखंड सरकार पारा शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। हम लोग अल्प मानदेय पर नौकरी कर रहे हैं ऊपर से समय पर मानदेय भी भुगतान नहीं किया जाता है। हम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। मौके पर नौशाद अंसारी, अबुल हसन, मोहम्मद इलियास, मोहम्मद खुर्शीद, लुकमान, मुमताज, कमाल, अजीत ¨सह, कुणाल किशोर, मुस्तकीम अंसारी, भरत स्वर्णकार, धनंजय ¨सह आदि उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि तीन माह बीत चुका है चौथा माह शुरू हो गया है पर अभी तक पारा शिक्षकों को मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है। पारा शिक्षकों को मानदेय नहीं मिलने से शिक्षकों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी शिक्षकों को समय पर वेतन भेज दिया जाता है। वहीं उनके साथ ही काम कर रहे पारा शिक्षकों को चार माह से वेतन नहीं दिया जाता है। डीएसई अभय कांत कहते हैं कि आवंटन नहीं है। झारखंड सरकार पारा शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। हम लोग अल्प मानदेय पर नौकरी कर रहे हैं ऊपर से समय पर मानदेय भी भुगतान नहीं किया जाता है। हम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। मौके पर नौशाद अंसारी, अबुल हसन, मोहम्मद इलियास, मोहम्मद खुर्शीद, लुकमान, मुमताज, कमाल, अजीत ¨सह, कुणाल किशोर, मुस्तकीम अंसारी, भरत स्वर्णकार, धनंजय ¨सह आदि उपस्थित थे।
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