झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ के बैनर तले जिले के सभी पारा शिक्षक 6 से
15 नवंबर तक काला बिल्ला लगाकर विद्यालय में शिक्षण कार्य करेंगे।
इस संबंध में जिला सचिव शेख सिद्दीक एवं वरीय उपाध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती ने कहा कि झारखंड की सरकार शिक्षा व्यवस्था एवं पारा शिक्षकों के प्रति गंभीर नहीं है। एक ओर सरकार राज्य की स्थापना दिवस मना रही है, वहीं दूसरी ओर सरकार पारा शिक्षकों की शोषण भी कर रही है। जिससे पारा शिक्षकों में सरकार के प्रति रोष है। पारा शिक्षक महासंघ की मांग है कि सरकार राज्य के सभी टेट पास पारा शिक्षकों को सीधी नियुक्ति करे एवं अल्प मानदेय पर काम कर रहे शिक्षकों को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार समान काम का समान वेतन दे। काला बिल्ला कार्यक्रम की सफलता के लिए शनिवार को जिले भर के संकुलों में बैठक आयोजित कर पारा शिक्षकों को जागरूक किया गया। बैठक में जिला अध्यक्षता अश्विनी कुमार सिंह, प्रसन्न सिंह, चंदन मोदक, अताउर रहमान, योगेश दत्ता, निरंजन दे आदि शामिल है।
इस संबंध में जिला सचिव शेख सिद्दीक एवं वरीय उपाध्यक्ष अशोक चक्रवर्ती ने कहा कि झारखंड की सरकार शिक्षा व्यवस्था एवं पारा शिक्षकों के प्रति गंभीर नहीं है। एक ओर सरकार राज्य की स्थापना दिवस मना रही है, वहीं दूसरी ओर सरकार पारा शिक्षकों की शोषण भी कर रही है। जिससे पारा शिक्षकों में सरकार के प्रति रोष है। पारा शिक्षक महासंघ की मांग है कि सरकार राज्य के सभी टेट पास पारा शिक्षकों को सीधी नियुक्ति करे एवं अल्प मानदेय पर काम कर रहे शिक्षकों को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार समान काम का समान वेतन दे। काला बिल्ला कार्यक्रम की सफलता के लिए शनिवार को जिले भर के संकुलों में बैठक आयोजित कर पारा शिक्षकों को जागरूक किया गया। बैठक में जिला अध्यक्षता अश्विनी कुमार सिंह, प्रसन्न सिंह, चंदन मोदक, अताउर रहमान, योगेश दत्ता, निरंजन दे आदि शामिल है।
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