गैरमान्यता प्राप्त संस्थान के प्रशिक्षण प्रमाण पत्र पर शिक्षक की नौकरी
करने की शिकायत पर पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल के आदेशानुसार
वर्ष 1988 बैच के शिक्षकों का प्रशिक्षण एवं अन्य प्रमाण पत्रों की जांच
वृहस्पतिवार और 2004 बैच के शिक्षकों की जांच शुक्रवार को की गयी।
वर्ष 1988 बैच के 343 शिक्षकों का एवं 2004 बैच के 623 शिक्षकों का प्रशिक्षण एवं अन्य प्रमाण पत्र जांच करने के लिए सूची जारी किया गई थी। जांच में लगभग 15 प्रतिशत शिक्षक उपस्थित नही हुए। सदर, मंझारी,मंझगांव और तांतनगर प्रखंड के संयुक्त शिविर के प्रभारी सदर प्रखंड के क्षेत्रीय शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुनील कुमार मिश्रा थे। उनके शिविर में 1988 बैच के 41 शिक्षकों की जांच की जानी थी, जिसमें इकत्तीस शिक्षक उपस्थित हुए। 2004 के बैच के शिक्षकों में 121 उपस्थित हुए, जबकि सूची में 150 से अधिक नाम थे। सभी प्रखंडोंं से 1988 और 2004 की जांच कराने वाले शिक्षकोंं की संख्या पूरी नहीं हुई सूत्रों के अनुसार जांच नहीं कराने वाले शिक्षकों का वेतन बंद किया जा सकता है। विभाग एक-दो दिनों में सूची का मिलान कर अनुपस्थित शिक्षकों के मामले में एक अंतिम तिथि का निर्धारण करने अथवा वेतन बंद करने की कार्रवाई का निर्णय ले सकता है। 3 नवम्बर को प्रमाण पत्र जांच में सहूलियत के लिए जिले के 18 प्रखंडो के लिए चार शिविर लगाए गए थे। प्रमाण पत्रों की जांच में चक्रधरपुर के बीईईओ रामपति राम, झींकपानी के बीईईओ बालेश्वर द्विवेदी, सदर के बीईईओ सुनील कुमार मिश्रा एवं बंदगांव सुबोध कुमार राय शामिल थे।
शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की हुई जांच, कई नहीं आए
वर्ष 1988 बैच के 343 शिक्षकों का एवं 2004 बैच के 623 शिक्षकों का प्रशिक्षण एवं अन्य प्रमाण पत्र जांच करने के लिए सूची जारी किया गई थी। जांच में लगभग 15 प्रतिशत शिक्षक उपस्थित नही हुए। सदर, मंझारी,मंझगांव और तांतनगर प्रखंड के संयुक्त शिविर के प्रभारी सदर प्रखंड के क्षेत्रीय शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुनील कुमार मिश्रा थे। उनके शिविर में 1988 बैच के 41 शिक्षकों की जांच की जानी थी, जिसमें इकत्तीस शिक्षक उपस्थित हुए। 2004 के बैच के शिक्षकों में 121 उपस्थित हुए, जबकि सूची में 150 से अधिक नाम थे। सभी प्रखंडोंं से 1988 और 2004 की जांच कराने वाले शिक्षकोंं की संख्या पूरी नहीं हुई सूत्रों के अनुसार जांच नहीं कराने वाले शिक्षकों का वेतन बंद किया जा सकता है। विभाग एक-दो दिनों में सूची का मिलान कर अनुपस्थित शिक्षकों के मामले में एक अंतिम तिथि का निर्धारण करने अथवा वेतन बंद करने की कार्रवाई का निर्णय ले सकता है। 3 नवम्बर को प्रमाण पत्र जांच में सहूलियत के लिए जिले के 18 प्रखंडो के लिए चार शिविर लगाए गए थे। प्रमाण पत्रों की जांच में चक्रधरपुर के बीईईओ रामपति राम, झींकपानी के बीईईओ बालेश्वर द्विवेदी, सदर के बीईईओ सुनील कुमार मिश्रा एवं बंदगांव सुबोध कुमार राय शामिल थे।
शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की हुई जांच, कई नहीं आए
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