जिले के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में कार्यरत उर्दू शिक्षकों को चार
महीने से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। वेतन नहीं मिलने के कारण उर्दू
शिक्षकों में आक्रोश देखा जा रहा है। वेतन के लिए आवंटन नहीं होने के कारण
जून 2017 के बाद वेतन का भुगतान नहीं हुआ है।
शिक्षक नेता उज्जवल तिवारी ने कहा कि पिछले दिनों इसके लिए निदेशक से भेंट कर पूरे मामले को रखा गया था। निदेशक ने इसके बाद डिमांड मांगा। धनबाद में आवंटन पहले ही शून्य हो चुका है। डीएसई विनीत कुमार से भी भेंट की गई। डीएसई ने कहा कि 3.38 करोड़ रुपए की मांग की गई है। इस राशि से फरवरी तक वेतन का भुगतान हो जाएगा। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि हमलोगों ने निदेशक व डीएसई से मिलकर इसकी आवाज उठाई थी। डीएसई ने मांगपत्र भेज दिया है। जल्द से जल्द वेतन का भुगतान किया जाए। मामले में डीएसई ने कहा कि पत्र भेज दिया गया है। आवंटन मिलते ही राशि प्रखंडों को भेज दी जाएगी।
शिक्षक नेता उज्जवल तिवारी ने कहा कि पिछले दिनों इसके लिए निदेशक से भेंट कर पूरे मामले को रखा गया था। निदेशक ने इसके बाद डिमांड मांगा। धनबाद में आवंटन पहले ही शून्य हो चुका है। डीएसई विनीत कुमार से भी भेंट की गई। डीएसई ने कहा कि 3.38 करोड़ रुपए की मांग की गई है। इस राशि से फरवरी तक वेतन का भुगतान हो जाएगा। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि हमलोगों ने निदेशक व डीएसई से मिलकर इसकी आवाज उठाई थी। डीएसई ने मांगपत्र भेज दिया है। जल्द से जल्द वेतन का भुगतान किया जाए। मामले में डीएसई ने कहा कि पत्र भेज दिया गया है। आवंटन मिलते ही राशि प्रखंडों को भेज दी जाएगी।
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