मेदिनीनगर| असैनिककार्य के लिए आवंटित की गई राशि की बंदरबांट करने वाले शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की प्रकिया तेज कर दी गई है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक अरविंद कुमार ने बताया कि असैनिक मद की करीब 27 करोड़ की राशि का अभी तक समायोजन नहीं हो पाया है।
जबकि राशि की निकासी कर ली गई है। इतनी बड़ी राशि के गबन के मामले में दोषी शिक्षक और पारा शिक्षकों खिलाफ कार्रवाई जारी है। अभी तक 15 शिक्षक तथा 26 पारा शिक्षकों पर कार्रवाई की जा चुकी है। जहां 15 शिक्षकों काे निलंबित कर उनपर प्रपत्र गठित किया गया है वहीं पारा शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करा दिया गया है।
डीएसई ने बताया कि इसी कार्रवाई का परिणाम है कि अभी तक करीब तीन करोड़ की राशि की रिकवरी कर ली गई है। इनमें से करीब दो करोड़ पारा शिक्षकों से तथा एक करोड़ की राशि सरकारी शिक्षकों ने वापस लिए गए है। डीएसई ने कहा कि सभी को यह अल्टीमेटम दे दी गई है कि यदि 31 मार्च तक पूरी राशि की वापसी नहीं की गई तो अगली कार्रवाई के तहत सरकारी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में करीब 98 शिक्षक पारा शिक्षक संलिप्त हैं। जिन पर क्रमश: जांचोपरांत कार्रवाई की जा रही है।
जबकि राशि की निकासी कर ली गई है। इतनी बड़ी राशि के गबन के मामले में दोषी शिक्षक और पारा शिक्षकों खिलाफ कार्रवाई जारी है। अभी तक 15 शिक्षक तथा 26 पारा शिक्षकों पर कार्रवाई की जा चुकी है। जहां 15 शिक्षकों काे निलंबित कर उनपर प्रपत्र गठित किया गया है वहीं पारा शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज करा दिया गया है।
डीएसई ने बताया कि इसी कार्रवाई का परिणाम है कि अभी तक करीब तीन करोड़ की राशि की रिकवरी कर ली गई है। इनमें से करीब दो करोड़ पारा शिक्षकों से तथा एक करोड़ की राशि सरकारी शिक्षकों ने वापस लिए गए है। डीएसई ने कहा कि सभी को यह अल्टीमेटम दे दी गई है कि यदि 31 मार्च तक पूरी राशि की वापसी नहीं की गई तो अगली कार्रवाई के तहत सरकारी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में करीब 98 शिक्षक पारा शिक्षक संलिप्त हैं। जिन पर क्रमश: जांचोपरांत कार्रवाई की जा रही है।
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