देवघर : वर्ष 2014-15 में हुई शिक्षक नियुक्ति की जांच भी विभाग ने शुरू
कर दी है। जबकि इस वर्ष नियुक्त हुए शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर काफी
हो-हंगामा हुआ था तथा प्रमाणपत्र सत्यापन के बाद ही वेतन भुगतान की बात
कही जा रही थी, लेकिन जांच में विलंब होने से शिक्षकों का वेतन भुगतान किया
जा रहा है।
2014-15 में नियुक्त शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन अभी तक नहीं हो पाया है और शपथ पत्र के आधार पर ही भुगतान किया जा रहा है। अब जाकर विभाग गंभीर हुआ है और प्रमाण पत्रों की जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है।
डीएसई के नाम से लिया डीडी
जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष तकरीबन 129 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। इसमें 117 ने डिमांड ड्राफ्ट के साथ शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा कर दिया है। यह डीडी डीएसई के नाम से है, इसके बाद इसे संबंधित संस्थान के नाम से एक ही डीडी बनाकर जांच के लिए प्रमाण पत्र भेज दिया जाएगा। जिला शिक्षा अधीक्षक छठू विजय सिंह ने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से जांच प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है। शीघ्र ही संबंधित संस्थान को जांच के लिए प्रमाणपत्र भेज दिया जाएगा। हालांकि इस बात की भी चर्चा है कि पिछले वर्ष हुई शिक्षक नियुक्ति में भी कुछ मामले फर्जी मिल सकते हैं, यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
2014-15 में नियुक्त शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन अभी तक नहीं हो पाया है और शपथ पत्र के आधार पर ही भुगतान किया जा रहा है। अब जाकर विभाग गंभीर हुआ है और प्रमाण पत्रों की जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है।
डीएसई के नाम से लिया डीडी
जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष तकरीबन 129 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। इसमें 117 ने डिमांड ड्राफ्ट के साथ शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र जमा कर दिया है। यह डीडी डीएसई के नाम से है, इसके बाद इसे संबंधित संस्थान के नाम से एक ही डीडी बनाकर जांच के लिए प्रमाण पत्र भेज दिया जाएगा। जिला शिक्षा अधीक्षक छठू विजय सिंह ने कहा कि कुछ तकनीकी कारणों से जांच प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है। शीघ्र ही संबंधित संस्थान को जांच के लिए प्रमाणपत्र भेज दिया जाएगा। हालांकि इस बात की भी चर्चा है कि पिछले वर्ष हुई शिक्षक नियुक्ति में भी कुछ मामले फर्जी मिल सकते हैं, यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
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