रांची : हाइस्कूल के उच्च योग्यताधारी शिक्षकों को प्रधानाध्यापक पद
पर प्रोन्नति दी जायेगी. राज्य गठन के बाद पहली बार हाइस्कूल के शिक्षक
हेडमास्टर के पद पर प्रोन्नत होंगे. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने
इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है. हाइस्कूल के शिक्षक इससे पूर्व एकीकृत बिहार
के समय में वर्ष 1993-94 में हेडमास्टर के पद पर प्रोन्नत हुए थे. 22 वर्ष
बाद शिक्षकों को प्रोन्नति दी जायेगी. शिक्षक संघ काफी दिनों से इसकी मांग
कर रहा था.
प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति के लिए शिक्षक स्नातकोत्तर व बीएड होना
अनिवार्य है. वैसे शिक्षक जिनकी सेवा 24 वर्ष पूरी हो चुकी है, उन्हें
प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति दी जायेगी. राज्य में 668 शिक्षक को
प्रधानाध्यापक के पद पर प्रोन्नति दी जायेगी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता
विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी से शिक्षकों के नाम उपलब्ध कराने को
कहा है. इसके बाद शिक्षकों वरीयता सूची तैयार की जायेगी. जिला शिक्षा
पदाधिकारी ने शिक्षकों से सेवा पुस्तिका की छाया प्रति कार्यालय में जमा
करने को कहा है.
इसके अलावा शिक्षकों को मैट्रिक से स्नातकोत्तर तथा बीएड से संबंधित
प्रमाण पत्र व अंक पत्र की स्व अभिप्रमाणित छाया प्रति, नियुक्ति पत्र,
वरीय वेतनमान में प्रोन्नति व अन्य आवश्यक कागजात उपलब्ध कराने को कहा है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा इस संबंध में सभी राजकीयकृत, प्रोजेक्ट व
उत्क्रमित विद्यालय को पत्र भेजा गया है.
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