शिक्षाकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का 38वां दिन , स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की सचिव के अल्टीमेटम की मियाद खत्म
रांची : झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ व बीआरपी सीआरपी महासंघ,
झारखंड प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में 38 दिनों से चल रही अनिश्चितकालीन
हड़ताल सोमवार को भी जारी रही. वहीं जयपाल सिंह स्टेडियम परिसर में पांच
दिनों से चल रहे घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम में हजारों शिक्षाकर्मी
शामिल हुए.
माले के पूर्व विधायक विनोद सिंह, जर्नादन प्रसाद, दयामनी बारला आदि
नेताअों ने आंदोलनकारियों को संबोधित किया. उनके हड़ताल व घेरा डालो-डेरा
डालो कार्यक्रम का समर्थन किया. साथ ही सरकार की दमनात्मक कार्रवाई की
निंदा की. महासंघ के विक्रांत ज्योति, शिंटू सिंह, संजय दुबे आदि ने
संयुक्त रूप से कहा कि सरकार की धमकी से शिक्षाकर्मी नहीं डरेंगे. मांगों
की पूर्ति होने तक आंदोलन पर डटे रहेंगे.
20 हजार शिक्षाकर्मी आंदोलन पर हैं. 25 अक्तूबर को दिन के 10 बजे
न्याय मार्च निकाल कर संवैधानिक प्रमुख के समक्ष न्याय की गुहार लगायी
जायेगी. मार्च में शामिल होने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों से
शिक्षाकर्मी रांची आ रहे हैं. उधर स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की तरफ
से जारी अल्टीमेटम की मियाद भी खत्म हो गयी. आंदोलनकारियों के खिलाफ विभाग
सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है.
पांच आंदोलनकारियों की तबीयत खराब : शिक्षाकर्मियों की हड़ताल व डेरा
डालो-घेरा डालो कार्यक्रम में शामिल पांच आंदोलनकारियों की तबीयत खराब हो
गयी. खुले आसमान के नीचे रह रहे आंदोलनकारियों को जिला प्रशासन की अोर से
किसी प्रकार की मेडिकल सहायता भी नहीं दी गयी.
प्रशासन की उदासीनता से आंदोलनकारियों में आक्रोश है. शाैचालय की नहीं
है कोई व्यवस्था : बड़ी संख्या में रांची पहुंचे आंदोलनकारियों को पुलिस
ने जयपाल सिंह स्टेडियम में शिफ्ट कर दिया है. यहां पर शाैचालय आदि की
समस्या है. आसपास में एक-दो शाैचालय तो है, लेकिन वह नाकाफी है. सबसे अधिक
परेशानी महिला (शिक्षाकर्मी) आंदोलनकारियों व उनके साथ आये बच्चों को हो
रही है.
रांची. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक के साथ
झारखंड शिक्षा परियोजना कर्मी संघ के प्रतिनिधिमंडल की वार्ता हुई. वार्ता
के दाैरान सचिव ने हड़तालीकर्मियों से हड़ताल से वापस लाैटने की अपील की.
उन्होंने कहा कि पहले आप हड़ताल से लाैट जायें. उसके बाद आपकी मांगों पर
विचार किया जायेगा. वार्ता के दाैरान कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया. सचिव के
निर्देश पर हड़ताली परियोजनाकर्मी परियोजना निदेशक मुकेश कुमार से मिल कर
मांगों पर वार्ता करेंगे. उसके बाद आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे.
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