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गैर अर्हताधारी बीएड शिक्षक की नियुक्ति का मामला पहुंचा विभावि

विनोबा भावे विश्वविद्यालय से चतरा कॉलेज चतरा में अनुबंध पर नियुक्त किए गए व्याख्याता की गलत नियुक्ति का मामला विभावि रजिस्ट्रार के पास पहुंचा है।
बगरा, चतरा निवासी प्रवीण कुमार ने रजिस्ट्रार और आवेदन और गलत नियुक्ति का साक्ष्य उपलब्ध कराते हुए व्याख्याता को हटाने और उन्हें दिए गए वेतन की रिकवरी करने की मांग किया है।

प्रवीण कुमार के अनुसार नियुक्त किए गए व्याख्याता सुनील कुमार दास पद के लिए अयोग्य थे। विभावि ने साक्षात्कार के लिए चयनित अभ्यर्थियों की सूची प्रकाशित किया था। सूची में सुनील कुमार का नाम दास का नाम पर्सपेक्टिव इन एजुकेशन की बजाय भाषा में था। नियुक्ति पर्सपेक्टिव इन एजुकेशन में किया गया। चयनित व्याख्याता का विषय अंग्रेजी है। विभावि से जारी नियुक्ति विज्ञापन के अनुसार पर्सपेक्टिव इन एजुकेशन में फिलॉस्फी, पॉलिटिकल साइंस, हिस्टरी, साइकोलॉजी और एंथ्रोपोलॉजी विषय के अभ्यर्थी शामिल हो सकते थे। इन विषयों से अभ्यर्थी नहीं मिलने की स्थिति में सामाजिक विज्ञान संकाय के इतिहास, पॉलिटिकल साइंस ज्योग्राफी, इकोनॉमिक्स के अभ्यर्थी को पर्सपेक्टिव इन एजुकेशन मे पद भरने का प्रावधान का जिक्र था। सूचक के अनुसार सुनील कुमार दास ने एमए इन एजुकेशन की उपाधि डिस्टेंस एजुकेशन से लिया है। विश्वविद्यालय यूजीसी से बैन है। सूचक ने यह भी बताया है कि सुनील कुमार दास का एमए में 55 प्रतिशत से कम अंक है।

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