देवघर : जिले के आठ प्लस टू स्कूलों शिक्षकों का स्वीकृत पद 89 है.
लेकिन, कार्यरत शिक्षकों की संख्या 55 है. विभिन्न विषयों में 34 शिक्षकों
का पद आज भी रिक्त पड़ा है. गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई की आस लगाये विद्यार्थी
स्कूलों में दाखिला तो ले लेते हैं. लेकिन, उन्हें विषयवार पढ़ाई के लिए
शिक्षक तक नसीब नहीं है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार आठ प्लस टू स्कूलों में नामांकित बच्चों की संख्या छह हजार से ज्यादा है. वर्तमान में आरमित्रा प्लस टू स्कूल देवघर में रसायन विषय में शिक्षक का एक पद रिक्त पड़ा है. प्लस टू उच्च विद्यालय मोहनपुरहाट में प्राचीन इतिहास, भौतिकी व रसायन विज्ञान में शिक्षकों का एक-एक पद रिक्त पड़ा है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार आठ प्लस टू स्कूलों में नामांकित बच्चों की संख्या छह हजार से ज्यादा है. वर्तमान में आरमित्रा प्लस टू स्कूल देवघर में रसायन विषय में शिक्षक का एक पद रिक्त पड़ा है. प्लस टू उच्च विद्यालय मोहनपुरहाट में प्राचीन इतिहास, भौतिकी व रसायन विज्ञान में शिक्षकों का एक-एक पद रिक्त पड़ा है.
प्लस टू उच्च विद्यालय सारवां में प्राचीन इतिहास, भौतिकी व रसायन विज्ञान में शिक्षकों का एक-एक पद रिक्त पड़ा है. प्लस टू विद्यालय बभनगामा में भी प्राचीन इतिहास, भौतिकी व रसायन, अंगरेजी व वाणिज्य विषय में शिक्षकों का एक-एक पद पड़ा है. श्रीमती अनारकली प्लस टू उच्च विद्यालय पालोजोरी में प्राचीन इतिहास, भूगोल, भौतिकी व रसायन में शिक्षकों का एक-एक पद रिक्त पड़ा है.
अंची देवी सर्राफ बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय मधुपुर में हिंदी, प्राचीन इतिहास, गणित, भौतिकी एवं रसायन विषय विषय में शिक्षकों का एक-एक पद रिक्त पड़ा है. रानी मंदाकिनी प्लस टू उच्च विद्यालय करौंग्राम में हिंदी, अंग्रेजी, प्राचीन इतिहास, वाणिज्य, गणित, भौतिकी व रसायन विषय में शिक्षकों का एक-एक पद रिक्त पड़ा है. उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय केंदुआ देवीपुर में प्राचीन इतिहास, गणित, भौतिकी व रसायन विज्ञान में शिक्षकों का एक-एक पद रिक्त पड़ा है.
No comments:
Post a Comment