रांची : राज्य में
प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति में हुई गड़बड़ी की जांच
के लिए बनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट रांची के उपायुक्त को सौंप दी है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि गैर योग्यता प्राप्त अभ्यर्थी भी रांची के
प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में शिक्षक बन गये. ये सरकार की ओर से तय
योग्यता के मापदंड को पूरा नहीं करते. नियमों की अनदेखी कर इनकी नियुक्ति
कर दी गयी.
जांच टीम ने 41 अभ्यर्थियों की नियुक्ति
को संदेहास्पद पाया. इनमें एक दर्जन ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिनकी नियुक्ति
नियम विरुद्ध की गयी. रिपोर्ट के अनुसार, ब्लैक लिस्टेड घोषित देवघर
विद्यापीठ से स्नातक पास अभ्यर्थियों को भी नियुक्त कर दिया गया. देवघर
विद्यापीठ की सरकार ने मान्यता ही समाप्त कर दी है. ऐसे अभ्यर्थियों की भी
नियुक्ति कर दी गयी, जिन्होंने इंटर में 45 फीसदी से भी कम अंक लाया. इसके
अलावा कई कोटि में तय सीट से अधिक अभ्यर्थी को आरक्षण का लाभ दे दिया गया.
एक साल बाद वेतन पर लगी राेक
जांच में जिन 41 अभ्यर्थियों की
नियुक्ति संदेहास्पद पायी गयी, उनमें से कुछ को नियुक्ति काल से ही वेतन
नहीं दिया जा रहा हैं. जबकि वैसे अभ्यर्थी जिनकी नियुक्ति में आरक्षण
प्रावधान का पालन नहीं किया गया, उन्हें नियुक्ति काल (एक साल) से ही वेतन
दिया जा रहा था. अब उन्हें नोटिस जारी किया गया है और वेतन पर रोक लगा दी
गयी है.
तीन डीएसइ पर हो चुकी है कार्रवाई
शिक्षक नियुक्ति में गड़बड़ी करने के
आरोप में अब तक कोडरमा, देवघर व चतरा के जिला शिक्षा अधीक्षक पर कार्रवाई
की गयी है. इन जिलों में भी नियमों की अनदेखी कर शिक्षकों की नियुक्ति की
गयी थी.
शिक्षा सचिव ने जांच का दिया था आदेश
राज्य भर में प्राथमिक व मध्य
विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति में गड़बड़ी की शिकायत के बाद स्कूली
शिक्षा व साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने सभी जिलों के उपायुक्त
को इसकी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था. रांची में भी उपायुक्त ने डीडीसी
की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर शिक्षक नियुक्ति की जांच करायी.
रांची के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में पदस्थापित हैं सभी
1. पुष्पा कुमारी, मंजू टोप्पो, बीरेंद्र प्रसाद महतो : इंटर में तय मापदंड से कम अंक, स्नातक की याेग्यता देवघर विद्यापीठ की.
2. शिवेश्वर हजाम,अनिल कुमार, पंकज
कुमार महतो, गिरिश कुमार कश्यप,तपेश्वर महतो, राजू हाजरा : निर्धारित सीमा
से अधिक आरक्षण के तहत हुई नियुक्ति
3. कौशर परवीन,बसंती कुमारी : टेट में 60 फीसदी से कम अंक पर, सामान्य श्रेणी में हुई नियुक्ति
4. रूथ कच्छप : सरकार द्वारा निर्धारित उम्र सीमा से आयु अधिक होना.
5. पवन कुमार: इंटर में 45 फीसदी से कम अंक
6. रश्मि कुमारी: न्यूनतम दो वर्ष अटूट पारा शिक्षक की सेवा नहीं
7. मधुसूदन मंडल : शैक्षणिक योग्यता ही मान्य नहीं.
8. स्नेहाशीष दास : स्नातक में 50 % से कम अंक.
9. मो इरशाद : टेट में
अंगरेजी में उत्तीर्ण नहीं
प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में शिक्षक
नियुक्ति की जांच करायी गयी है. जांच में कुछ नियुक्तियों में नियमों की
अनदेखी की बात सामने आयी है. इस पर कार्रवाई की जायेगी. यह देखा जायेगा कि
गड़बड़ी किसने की. गड़बड़ी करनेवाले पदाधिकारी व संबंधित कर्मचारियों के
खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग से की जायेगी.
मनोज कुमार, उपायुक्त रांची
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