RANCHI: एसटी- एससी छात्रों को पढ़ाई के लिए मिलने
वाली स्कॉलरशिप राशि घटाए जाने से छात्रों में रोष है। आदिवासी छात्र संघ
के बैनर तले शनिवार को डिप्टी पाड़ा स्थित संघ के केंद्रीय कार्यालय में
सुशील उरांव के नेतृत्व में बैठक हुई। तय हुआ है कि विभिन्न कॉलेजों में
पढ़ने वाले छात्र सड़क पर उतरेंगे।
बैठक में छात्रवृत्ति का फॉर्म भरने में हो रही परेशानियों पर भी चर्चा हुई। एसीएस के अध्यक्ष सुशील उरांव ने कहा कि हाई स्कूल के लिए शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में भी आदिवासी छात्रों के साथ अन्याय किया जा रहा है। रांची और इसके आसपास वाले वैसे क्षेत्र जहां जनजातीय शिक्षक बहाल होने चाहिए थे, वहां पर नागपुरी भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। इसलिए छात्रों को स्कॉलरशिप से लेकर पढ़ाई तक के लिए लड़ने के लिए तैयार रहना है। जलेश्वर भगत ने कहा कि छात्रों का हक मारा जा रहा है। बैठक में सभी विवि से आए छात्र प्रतिनिधियों ने भी अपनी बातें रखीं।
हड़ताल में फंसा सर्टिफिकेट
अंचल कर्मियों की हड़ताल से राज्य भर के हजारों छात्रों का छात्रवृत्ति फॉर्म अधर में लटक गया है। स्कॉलरशिप का फॉर्म फिलअप करने के लिए जून ख्0क्म् के बाद से जारी जाति, आवासीय और आय प्रमाण पत्र देना जरूरी है, लेकिन हड़ताल की वजह से एप्लीकेंट्स के ये दस्तावेज नहीं बन पा रहे हैं। इससे राज्यभर के हजारों एससी- एसटी छात्र परेशान हैं। छात्रों फॉर्म फिलअप की अंतिम तारीख को बढ़ाने की मांग की है। बता दें कि राज्यभर के अंचलकर्मी क्0 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जबकि स्कॉलरशिप के लिए फॉर्म भरने की अंतिम तारीख 9 मार्च है। ऐसे में एक लाख से अधिक छात्र स्कॉलरशिप से वंचित हो जाएंगे।
पिछले साल 9000 की लटकी स्कॉलरशिप
पिछले साल कॉलेज के प्रिंसिपल की ओर से फॉर्म फॉरवर्ड नहीं करने की वजह से 9000 छात्रों की स्कॉलरशिप अधर में लटक गई थी। ऐसे छात्रों को अभी तक स्कॉलरशिप की राशि नहीं मिली है। नियम के मुताबिक जब तक कॉलेज के प्रिंसिपल फॉर्म को फॉरवर्ड नहीं करते हैं, तब तक कल्याण विभाग राशि निर्गत नहीं करता है।
यह है छात्रवृत्ति की दर
हॉस्टलर 9भ्00
डे स्कॉलर 7भ्00
वोकेशनल स्टूडेंट्स ख्ब्000
बीएड भ्0000
क्या कहते हैं स्टूडेंट्स
हड़ताल की वजह से डॉक्यूमेंट्स तैयार नहीं हो पाया है, इसलिए ऑनलाइन फॉर्म फिलअप करने का अंतिम समय बढ़ाया जाना चाहिए।
- अरविंद टोप्पो, पीजी डिपार्टमेंट रांची यूनिवर्सिटी
पिछले साल का बकाया छात्रवृत्ति जल्द से जल्द रिलीज किया जाय इसके साथ ही घटाई गई छात्रवृत्ति की दर को बढ़ाया जाए।
अनूप टोप्पो, रांची कॉलेज
कोर्स के हिसाब से छात्रवृत्ति तय हो। बीएड, टेक्नीकल और अन्य वोकेशनल कोर्स के लिए मिलने वाली स्कॉलरशिप बढ़ाई जाए, क्योंकि महंगाई बढ़ते ही जा रही है।
प्रियव्रत नाग, रांची कॉलेज
ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए मात्र क्भ् दिन का समय दिया गया है लेकिन फॉर्म भरने के लिए दस्तावेज जुगाड़ने में करीब एक महीने से अधिक का समय लग जाता है। ऐसे में हम क्भ् दिनों में फॉर्म कैसे फिलअप कर पाएंगे।
सूरज उरांव, मारवाड़ी कॉलेज
ऑनलाइन फॉर्म भरने में काफी परेशानी है। एक तो दस्तावेज पूरा नहीं होने से फॉर्म एक्सेप्ट नहीं होता है, इधर अंचल कर्मियों की हड़ताल है। इस वजह से दस्तावेज ही पूरे नहीं हो पा रहे हैं। अधिकारियों को फॉर्म भरने की मियाद बढ़ानी चाहिए। ताकि छात्रों को परेशानी न हो।
- छोटू उरांव, सेंट जॉन्स इंटर कॉलेज
बैठक में छात्रवृत्ति का फॉर्म भरने में हो रही परेशानियों पर भी चर्चा हुई। एसीएस के अध्यक्ष सुशील उरांव ने कहा कि हाई स्कूल के लिए शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में भी आदिवासी छात्रों के साथ अन्याय किया जा रहा है। रांची और इसके आसपास वाले वैसे क्षेत्र जहां जनजातीय शिक्षक बहाल होने चाहिए थे, वहां पर नागपुरी भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। इसलिए छात्रों को स्कॉलरशिप से लेकर पढ़ाई तक के लिए लड़ने के लिए तैयार रहना है। जलेश्वर भगत ने कहा कि छात्रों का हक मारा जा रहा है। बैठक में सभी विवि से आए छात्र प्रतिनिधियों ने भी अपनी बातें रखीं।
हड़ताल में फंसा सर्टिफिकेट
अंचल कर्मियों की हड़ताल से राज्य भर के हजारों छात्रों का छात्रवृत्ति फॉर्म अधर में लटक गया है। स्कॉलरशिप का फॉर्म फिलअप करने के लिए जून ख्0क्म् के बाद से जारी जाति, आवासीय और आय प्रमाण पत्र देना जरूरी है, लेकिन हड़ताल की वजह से एप्लीकेंट्स के ये दस्तावेज नहीं बन पा रहे हैं। इससे राज्यभर के हजारों एससी- एसटी छात्र परेशान हैं। छात्रों फॉर्म फिलअप की अंतिम तारीख को बढ़ाने की मांग की है। बता दें कि राज्यभर के अंचलकर्मी क्0 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जबकि स्कॉलरशिप के लिए फॉर्म भरने की अंतिम तारीख 9 मार्च है। ऐसे में एक लाख से अधिक छात्र स्कॉलरशिप से वंचित हो जाएंगे।
पिछले साल 9000 की लटकी स्कॉलरशिप
पिछले साल कॉलेज के प्रिंसिपल की ओर से फॉर्म फॉरवर्ड नहीं करने की वजह से 9000 छात्रों की स्कॉलरशिप अधर में लटक गई थी। ऐसे छात्रों को अभी तक स्कॉलरशिप की राशि नहीं मिली है। नियम के मुताबिक जब तक कॉलेज के प्रिंसिपल फॉर्म को फॉरवर्ड नहीं करते हैं, तब तक कल्याण विभाग राशि निर्गत नहीं करता है।
यह है छात्रवृत्ति की दर
हॉस्टलर 9भ्00
डे स्कॉलर 7भ्00
वोकेशनल स्टूडेंट्स ख्ब्000
बीएड भ्0000
क्या कहते हैं स्टूडेंट्स
हड़ताल की वजह से डॉक्यूमेंट्स तैयार नहीं हो पाया है, इसलिए ऑनलाइन फॉर्म फिलअप करने का अंतिम समय बढ़ाया जाना चाहिए।
- अरविंद टोप्पो, पीजी डिपार्टमेंट रांची यूनिवर्सिटी
पिछले साल का बकाया छात्रवृत्ति जल्द से जल्द रिलीज किया जाय इसके साथ ही घटाई गई छात्रवृत्ति की दर को बढ़ाया जाए।
अनूप टोप्पो, रांची कॉलेज
कोर्स के हिसाब से छात्रवृत्ति तय हो। बीएड, टेक्नीकल और अन्य वोकेशनल कोर्स के लिए मिलने वाली स्कॉलरशिप बढ़ाई जाए, क्योंकि महंगाई बढ़ते ही जा रही है।
प्रियव्रत नाग, रांची कॉलेज
ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए मात्र क्भ् दिन का समय दिया गया है लेकिन फॉर्म भरने के लिए दस्तावेज जुगाड़ने में करीब एक महीने से अधिक का समय लग जाता है। ऐसे में हम क्भ् दिनों में फॉर्म कैसे फिलअप कर पाएंगे।
सूरज उरांव, मारवाड़ी कॉलेज
ऑनलाइन फॉर्म भरने में काफी परेशानी है। एक तो दस्तावेज पूरा नहीं होने से फॉर्म एक्सेप्ट नहीं होता है, इधर अंचल कर्मियों की हड़ताल है। इस वजह से दस्तावेज ही पूरे नहीं हो पा रहे हैं। अधिकारियों को फॉर्म भरने की मियाद बढ़ानी चाहिए। ताकि छात्रों को परेशानी न हो।
- छोटू उरांव, सेंट जॉन्स इंटर कॉलेज
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