2012 में जिले के तीन प्रखंड कोडरमा, मरकच्चो जयनगर में एक साथ मॉडल
विद्यालय की स्थापना की गई थी। जिसमें शिक्षक के रूप में अंग्रेजी के अलावा
सामजिक विज्ञान गणित के शिक्षक के रूप में तीन शिक्षकों को प्रति घंटे के
हिसाब ये नियुक्ति की गई थी।
मॉडल विद्यालय कोडरमा में तीन शिक्षकों में अंग्रेजी के शिक्षक के रूप में कार्यरत शिक्षिका ने दो साल बाद ही अपना त्याग पत्र दे दिया था। तब से स्कूल में अंग्रेजी विषय के शिक्षक नहीं है। बीच में कुछ समय के लिये यहां दूसरे स्कूल के एक शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की गई थी। मगर बाद में उसे हटा दिया गया। जायजा लेने के दौरान जानकारी मिली स्कूल में ब्लैक बोर्ड तक की जुगाड़ भी छात्रों के अभिभावक की ओर से चंदा कर की गई है। वहीं वही छात्रों के वार्षिक रिर्पोट कार्ड भी छात्रों की ओर से दिये जाने वाले पैसे से बनाई जाती है।
मॉडल विद्यालय कोडरमा में तीन शिक्षकों में अंग्रेजी के शिक्षक के रूप में कार्यरत शिक्षिका ने दो साल बाद ही अपना त्याग पत्र दे दिया था। तब से स्कूल में अंग्रेजी विषय के शिक्षक नहीं है। बीच में कुछ समय के लिये यहां दूसरे स्कूल के एक शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की गई थी। मगर बाद में उसे हटा दिया गया। जायजा लेने के दौरान जानकारी मिली स्कूल में ब्लैक बोर्ड तक की जुगाड़ भी छात्रों के अभिभावक की ओर से चंदा कर की गई है। वहीं वही छात्रों के वार्षिक रिर्पोट कार्ड भी छात्रों की ओर से दिये जाने वाले पैसे से बनाई जाती है।
No comments:
Post a Comment