जमशेदपुर। झारखंड में घाटशिला के एचसीएल-आइसीसी
(हिदुस्तान कॉपर लिमिटेड-इंडियन कॉपर कांप्लेक्स) के शिक्षकों की माली हालत
बेहद खराब है। पांच शिक्षक बीमार हैं।
इन शिक्षकों की उम्र 55 वर्ष से अधिक हो गई है। आर्थिक तंगी से परेशान करीब 50 शिक्षकों ने इच्छा मृत्यु मांगी है। शिक्षक गणेश चौधरी ने बताया कि उनके साथ इन शिक्षकों ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और न्यायालय से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है।
दो सिंतबर, 2002 को ही एचसीएल-आइसीसी कंपनी ने अपनी खराब आर्थिक स्थिति को कारण बताते हुए सभी माइंस और विद्यालयों को बंद कर दिया था।
उस समय कंपनी के कर्मचारियों को वीआरएस के तहत कार्य से बैठाया गया, लेकिन शिक्षकों को एक रुपया तक नहीं दिया गया।
शिक्षक बिना वेतन के ही 2011 तक पढ़ाते रहे। ये आज भी न्याय की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन इनकी फरियाद सुननेवाला कोई नहीं है।
शिक्षक विप्लव प्रसाद सिंह ने बताया कि आज एचसीएल-आइसीसी कंपनी ने फिर से बंद पड़ी माइंस खोल दी है। मजदूरों को दोबारा रोजगार मिल रहा है, लेकिन शिक्षकों के बारे में कोई नहीं सोच रहा है।
इन शिक्षकों की उम्र 55 वर्ष से अधिक हो गई है। आर्थिक तंगी से परेशान करीब 50 शिक्षकों ने इच्छा मृत्यु मांगी है। शिक्षक गणेश चौधरी ने बताया कि उनके साथ इन शिक्षकों ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और न्यायालय से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है।
दो सिंतबर, 2002 को ही एचसीएल-आइसीसी कंपनी ने अपनी खराब आर्थिक स्थिति को कारण बताते हुए सभी माइंस और विद्यालयों को बंद कर दिया था।
उस समय कंपनी के कर्मचारियों को वीआरएस के तहत कार्य से बैठाया गया, लेकिन शिक्षकों को एक रुपया तक नहीं दिया गया।
शिक्षक बिना वेतन के ही 2011 तक पढ़ाते रहे। ये आज भी न्याय की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन इनकी फरियाद सुननेवाला कोई नहीं है।
शिक्षक विप्लव प्रसाद सिंह ने बताया कि आज एचसीएल-आइसीसी कंपनी ने फिर से बंद पड़ी माइंस खोल दी है। मजदूरों को दोबारा रोजगार मिल रहा है, लेकिन शिक्षकों के बारे में कोई नहीं सोच रहा है।
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