एजुकेशनरिपोर्टर|धनबाद झारखंड शिक्षक पात्रता (जेटेट) परीक्षा में अब संस्कृत भाषा को भी शामिल
किया जाएगा। ताकि इस विषय के प्रति रुचि रखने वाले अभ्यर्थियों को भी
शिक्षक का अवसर मिल सके।
सोमवार को रांची में झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) बोर्ड की बैठक चेयरमैन डॉ. अरविंद कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें सदस्यों ने चर्चा के बाद जेटेट में संस्कृत को शामिल करने पर अनुमति प्रदान कर दी। जैक द्वारा स्कूली शिक्षा सह साक्षरता विभाग को स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार कर अनुशंसा किया जाएगा। ताकि टेट की अगली परीक्षा में स्टूडेंट्स संस्कृत भाषा को रख सकें। गौरतलब है कि अभी जेटेट में हिंदी, अंग्रेजी सहित 18 स्थानीय भाषा शामिल हैं। संस्कृत शामिल नहीं होने से आने वाले दिनों में स्कूलों में संस्कृत के शिक्षक नहीं मिलेंगे। इसे देखते हुए जैक बोर्ड ने यह निर्णय लिया है।
केंद्र बनाने में जैक मेंबर देंगे भी देंगे राय
मैट्रिकऔर इंटर के परीक्षा केंद्र मूल्यांकन केंद्र निर्धारण के लिए सभी जिला में उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी की बैठक होती है। यह कमेटी के माध्यम से केंद्र का निर्धारण किया जाता है। कार्य की सरलता और पारदर्शिता के लिए बोर्ड में निर्णय हुआ कि इस कमेटी में जैक के एक मेंबर को शामिल किया जाएगा।
सोमवार को रांची में झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) बोर्ड की बैठक चेयरमैन डॉ. अरविंद कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें सदस्यों ने चर्चा के बाद जेटेट में संस्कृत को शामिल करने पर अनुमति प्रदान कर दी। जैक द्वारा स्कूली शिक्षा सह साक्षरता विभाग को स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार कर अनुशंसा किया जाएगा। ताकि टेट की अगली परीक्षा में स्टूडेंट्स संस्कृत भाषा को रख सकें। गौरतलब है कि अभी जेटेट में हिंदी, अंग्रेजी सहित 18 स्थानीय भाषा शामिल हैं। संस्कृत शामिल नहीं होने से आने वाले दिनों में स्कूलों में संस्कृत के शिक्षक नहीं मिलेंगे। इसे देखते हुए जैक बोर्ड ने यह निर्णय लिया है।
केंद्र बनाने में जैक मेंबर देंगे भी देंगे राय
मैट्रिकऔर इंटर के परीक्षा केंद्र मूल्यांकन केंद्र निर्धारण के लिए सभी जिला में उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी की बैठक होती है। यह कमेटी के माध्यम से केंद्र का निर्धारण किया जाता है। कार्य की सरलता और पारदर्शिता के लिए बोर्ड में निर्णय हुआ कि इस कमेटी में जैक के एक मेंबर को शामिल किया जाएगा।
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