बोकारो : बोकारो जिले के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में कार्यरत 24
नवनियुक्त शिक्षकों पर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। उपायुक्त राय
महिमापत रे ने जांच के दौरान उनके प्रमाण पत्र में गड़बड़ी पाई और जिला
शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) श्रीमती वीणा कुमारी को शोकॉज करने का निर्देश
दिया।
अगर उन शिक्षकों की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया अथवा आवश्यक कागजात प्रस्तुत नहीं किए गए तो उन्हें सेवा से बर्खास्त भी किया जा सकता है।
क्या है मामला : जिले में इस साल जनवरी में ही 618 शिक्षकों ने विभिन्न सरकारी विद्यालयों में योगदान दिया। शिक्षा सचिव के निर्देश पर विभाग ने उननके प्रमाण पत्रों की जांच कराई। इसके लिए प्रमाण पत्रों को संबंधित बोर्ड, इंटरमीडिएट काउंसिल के अलावा विश्वविद्यालय में जांच के लिए भेजा गया। शिक्षा विभाग ने जांच के दौरान 99 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र पर आपत्ति दर्ज की और उन्हें उपायुक्त के पास भेज दिया।
उपायुक्त ने जांच के दौरान 75 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र को सही पाया, जबकि 24 के मामले में आपत्ति जताई। उपायुक्त ने शिक्षा विभाग को इस दिशा में कार्रवाई करते हुए सभी को शोकॉज करने का निर्देश दिया। शेष 75 शिक्षकों के वेतन भुगतान की राशि जारी कर दी गई।
पता चला कि एक मामला ऐसा भी है जिसमें नवनियुक्त शिक्षक के अलग-अलग प्रमाणपत्र पर पिता का सरनेम अलग-अलग है। उनके आवासीय प्रमाण पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र एवं अन्य प्रमाण पत्र पर पिता का सरनेम अलग-अलग है। अब सवाल यह उठता है कि अगर अलग-अगल प्रमाण पत्र पर अलग-अलग सरनेम है तो स्क्रूटनी के दौरान ही आपत्ति दर्ज क्यों नहीं की गई।
''उपायुक्त ने जांच के दौरान 24 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र पर आपत्ति दर्ज की है। सभी को शोकॉज किया जाएगा। इस संबंध में उन्हें पत्र दिया जाएगा।
- श्रीमती वीणा कुमारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, बोकारो
अगर उन शिक्षकों की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया अथवा आवश्यक कागजात प्रस्तुत नहीं किए गए तो उन्हें सेवा से बर्खास्त भी किया जा सकता है।
क्या है मामला : जिले में इस साल जनवरी में ही 618 शिक्षकों ने विभिन्न सरकारी विद्यालयों में योगदान दिया। शिक्षा सचिव के निर्देश पर विभाग ने उननके प्रमाण पत्रों की जांच कराई। इसके लिए प्रमाण पत्रों को संबंधित बोर्ड, इंटरमीडिएट काउंसिल के अलावा विश्वविद्यालय में जांच के लिए भेजा गया। शिक्षा विभाग ने जांच के दौरान 99 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र पर आपत्ति दर्ज की और उन्हें उपायुक्त के पास भेज दिया।
उपायुक्त ने जांच के दौरान 75 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र को सही पाया, जबकि 24 के मामले में आपत्ति जताई। उपायुक्त ने शिक्षा विभाग को इस दिशा में कार्रवाई करते हुए सभी को शोकॉज करने का निर्देश दिया। शेष 75 शिक्षकों के वेतन भुगतान की राशि जारी कर दी गई।
पता चला कि एक मामला ऐसा भी है जिसमें नवनियुक्त शिक्षक के अलग-अलग प्रमाणपत्र पर पिता का सरनेम अलग-अलग है। उनके आवासीय प्रमाण पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र एवं अन्य प्रमाण पत्र पर पिता का सरनेम अलग-अलग है। अब सवाल यह उठता है कि अगर अलग-अगल प्रमाण पत्र पर अलग-अलग सरनेम है तो स्क्रूटनी के दौरान ही आपत्ति दर्ज क्यों नहीं की गई।
''उपायुक्त ने जांच के दौरान 24 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र पर आपत्ति दर्ज की है। सभी को शोकॉज किया जाएगा। इस संबंध में उन्हें पत्र दिया जाएगा।
- श्रीमती वीणा कुमारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, बोकारो
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