सरकारी कॉलेजों में बीएड की सीटें हुई फुल, निजी रह गए खाली
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। केयू के पांच अंगीभूत
कॉलेजों में से को-ऑपरेटिव और महिला कॉलेज चाईबासा में बीएड की सीटें फुल
हो गई है। इन कॉलेजों को 100-100 सीट आवंटित थी। ग्रेजुएट, जमशेदपुर वीमेंस
कॉलेज व बहरागोड़ा कॉलेज में थोड़ी बहुत सीटें बची हुई है। लेकिन कोल्हान
विवि से संबद्धता प्राप्त सबसे ज्यादा 664 सीटें निजी बीएड कॉलेज के पास
बची हुई है।
अंगीभूत एवं संबद्धता कॉलेज को मिला दिया जाए तो कुल 1640 सीट में से
684 सीट बची हुई है। निजी बीएड कॉलेज छठ के बाद इन सीटों पर एडमिशन के लिए
अपना पूरा जोर लगाएंगे। इसके लिए वे पहले ही कोल्हान विश्वविद्यालय को पत्र
लिख चुके हैं। कोल्हान विश्वविद्यालय भी इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग को
सूचित कर चुका है। विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया है कि चूंकि यह सेल्फ
फाइनांस कोर्स है, इस कारण बीएड की खाली सीटों पर विभाग जल्द से जल्द
निर्णय लें।
इस युवा ने बाइक से यूं ही नहीं तय किया 7438 किलोमीटर का सफर, वजह जानकर आप हो जाएंगे कायल
यह भी पढ़ें
मालूम हो कि झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद की ओर से
राज्य के सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों में संचालित बीएड पाठ्यक्रम के अंतर्गत
दाखिले के लिए राज्य स्तर पर ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा संचालित की गयी थी।
प्रवेश परीक्षा के परिणाम के आधार पर संबंधित कोर्स में प्रवेश के लिए
काउंसेलिंग का अधिकार रांची विवि को दिया गया था। इसके तहत राज्य के कुल
136 बीएड कॉलेजों में कुल 13,600 सीटों पर एडमिशन की प्रक्रिया प्रारंभ हुई
थी। सीटें नहीं भरने पर रांची विश्वविद्यालय दो बार फिर से एडमिशन लेने का
निर्देश दिया था। इसके लिए विभिन्न कॉलेजों द्वारा घोषित की गई थी। इसके
बावजूद सीटें खाली रह गई।
ये हैं दूसरों के दर्द में हमदर्द : नेकी से पेश की ऐसी मिसाल कि सभी कर रहे तारीफ, आप भी पढ़ें
इनके जीवन को कौन करेगा रोशन ! ऐसी है सिस्टम से हारे बेबस, लाचार व बुजुर्गों की कहानी Jamshedpur news
यह भी पढ़ें
9. श्रीनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन - 100 - 48
10. इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन - 100 - 65
11. मधुसूदन महतो टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर, चक्रधरपुर - 100 - 13
12. लोयोला कॉलेज ऑफ एजुकेशन - 100 - 39
13. आशु किस्कू मेमोरियल कॉलेज - 100 - 88
14. करीम सिटी मानगो - 100 - 52
अभी कई बच्चे ग्रेजुएशन पास कर चुके हैं। उन्हें भी मौका मिलना चाहिए।
विभाग रिक्त सीटों को लेकर जल्द से जल्द से कोई निर्णय लें। विश्वविद्यालय
इस बारे चिंतित है।
Dhanteras 2019 : पांच दिन रहेगा पूजा उत्सव का माहौल, इस तरह करें पूजन तो मंगल ही मंगल
यह भी पढ़ें
डॉ. संजीव आनंद, कोर्डिनेटर वोकेशनल सेल, कोल्हान विश्वविद्यालय।
No comments:
Post a Comment