झारखंड छात्र संघ के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को स्कूली शिक्षा सह साक्षरता
विभाग की सचिव अाराधना पटनायक से मुलाकात की। उनसे प्लस टू स्कूलों के लिए
होनेवाली शिक्षक नियुक्ति परीक्षा से निगेटिव मार्किंग का नियम खत्म करने
की मांग की।
साथ ही इसके लिए जारी विज्ञापन में संशोधन की मांग की। सचिव को ज्ञापन सौंपकर कहा कि राज्य में पहली बार शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान किया गया है। एक गलत जवाब देने पर .66 अंक काट लिए जाएंगे, जबकि नियमावली में निगेटिव मार्किंग का उल्लेख नहीं है। नियुक्ति परीक्षा 19 फरवरी को होनी है। छात्र संघ ने अभ्यर्थियों के हित का ध्यान रखते हुए परीक्षा की तिथि मार्च या अप्रैल तक बढ़ाने की भी मांग की है। ताकि छात्रों को तैयारी करने का मौका मिल सके। संघ की सचिव नाजिया तबस्सुम ने कहा कि इतिहास का सिलेबस काफी कठिन कर दिया गया है। नेट की तुलना में 40 यूनिट अधिक पढ़ना पड़ेगा। इसलिए झारखंड के छात्रों को ध्यान में रखते हुए सिलेबस को सरल किया जाए। सचिव ने मांगों पर समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
साथ ही इसके लिए जारी विज्ञापन में संशोधन की मांग की। सचिव को ज्ञापन सौंपकर कहा कि राज्य में पहली बार शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान किया गया है। एक गलत जवाब देने पर .66 अंक काट लिए जाएंगे, जबकि नियमावली में निगेटिव मार्किंग का उल्लेख नहीं है। नियुक्ति परीक्षा 19 फरवरी को होनी है। छात्र संघ ने अभ्यर्थियों के हित का ध्यान रखते हुए परीक्षा की तिथि मार्च या अप्रैल तक बढ़ाने की भी मांग की है। ताकि छात्रों को तैयारी करने का मौका मिल सके। संघ की सचिव नाजिया तबस्सुम ने कहा कि इतिहास का सिलेबस काफी कठिन कर दिया गया है। नेट की तुलना में 40 यूनिट अधिक पढ़ना पड़ेगा। इसलिए झारखंड के छात्रों को ध्यान में रखते हुए सिलेबस को सरल किया जाए। सचिव ने मांगों पर समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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