नवोदय विद्यालय में फर्जी टीसी के आधार पर कराए गए नामांकन के मामले में भास्कर की पड़ताल में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए है। इस मामले में हुई फर्जीवाड़े को लेकर भास्कर टीम द्वारा जयनगर व चंदवारा के कई स्कूलों का दौरा कर वस्तु स्थिति जानने की कोशिश की गई।
जहां स्कूल के प्रधानाध्यापकों ने इस मामले में कई सनसनीखेज खुलासे किए। स्कूलों के प्रधानाध्यापकों की जानकारी के अनुसार फर्जी टीसी निर्गत कराने के पूरे मामले में बिचौलिए के रूप में जयनगर के एक सेवानिवृत्त पारा शिक्षक श्यामसुंदर यादव का नाम सामने आया।जिसने कई स्कूलों से संपर्क कर वहां के बीईईओ से टीसी पर हस्ताक्षर कराने को लेकर सभी छात्रों के टीसी लिए गए थे। इसकी जानकारी देते हुए चंदवारा प्रखंड के बेलखरा स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के ब्रह्मदेव राम ने 9 बच्चों का टीसी उन्हें देने की बात स्वीकार की है। इसी तरह की जानकारी प्रखंड के गुडडूटांड उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक बालबोध पांडेय ने देते हुए पांच बच्चों के टीसी उन्हें देने की बात स्वीकार की है। वहीं जयनगर के एनपीएस आरामुर्गो स्कूल से जारी 3 बच्चों के टीसी के संबंध में वहां के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र राणा से जानकारी लेने पर उन्होंने स्कूल से टीसी नहीं जारी करने की जानकारी दी है। वहीं एनपीएस योगियाटिल्हा के प्रधानाध्यापक द्वारा एक बच्चे की टीसी जारी करने व दूसरे बच्चे का नहीं जारी किए जाने की जानकारी दी। एनपीएस पहाड़पुर के प्रधानाध्यापक ने वहां से जारी किए गए एक बच्चे के टीसी को गलत बताया है। इस मामले में आरोपी सेवानिवृत्त पारा शिक्षक श्यामसुंदर यादव ने कहा के छात्रों के टीसी निर्गत मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं है। उन्हाेंने अपने ऊपर लगाए आरोपों को निराधार बताया।
क्या है नियम
जवाहर नवोदय विद्यालय में नामांकन को लेकर सीबीएसई द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार विद्यालय में नामांकित छात्रों का जिले के ही पोषक क्षेत्र का होना अनिवार्य बताया गया है। नामांकन के दौरान सरकारी स्कूलों में छात्रों को वर्ग पांचवी का स्कूल स्थानांतरण प्रमाण पत्र प्रधानाध्यापक व प्रखंड के बीईओ के अलावा जिला शिक्षा पदाधिकारी के काउंटर हस्ताक्षर के साथ स्कूल को उपलब्ध कराना जरूरी है।
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