जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला के पारा शिक्षकों को
हड़ताल से वापस लौटने के लिए दो दिन की मोहलत शिक्षा विभाग ने दी है। पारा
शिक्षकों को लुभाने के लिए विभाग ने एकरारनामा को आधार बनाकर उन्हें हड़ताल
से वापस लौटने की अपील की है।
हड़ताल व अन्य मामलों को लेकर रविवार को शिक्षा विभाग में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों (बीईईओ) के साथ बैठक हुई। इसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने बताया कि यदि पारा शिक्षक दो-तीन दिन के अंदर हड़ताल से वापस नहीं लौटते हैं उनके एकरारनामा पर इसका असर पड़ेगा। इस समयावधि में वापस लौटने वाले पारा शिक्षकों को नया एकरारनामा नहीं करना पड़ेगा। उसके बाद लौटने वाले पारा शिक्षकों को नया एकरारनामा फिर से करना पड़ेगा।
बैठक में बीईईओ को बताया गया कि वे नए पारा शिक्षकों या फिर गेस्ट शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में टेट उत्तीर्ण युवाओं को प्राथमिकता दे। जहां भी पारा शिक्षक बर्खास्त हो रहे हैं उस स्थान पर या तो पारा शिक्षकों की नियुक्ति या गेस्ट शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। गेस्ट शिक्षकों को रोजाना 200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलेगा। इनकी नियुक्ति ग्राम शिक्षा समितियां करेगी। बैठक के दौरान शिक्षा विभाग की कई योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक बृजमोहन कुमार, एडीपीओ पंकज कुमार, अखिलेश कुमार, प्रमोद कुमार सहित कई सदस्य उपस्थित थे।
कैबिनेट में उठाएंगे पारा शिक्षकों का मामला : जमशेदपुर के पारा शिक्षक शनिवार को झारखंड सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान मंत्री से पारा शिक्षकों ने अपनी समस्याएं रखी। मंत्री सरयू राय ने इस दौरान पारा शिक्षकों से कहा कि वे लोग उन्हें छत्तीसगढ़, बिहार व अन्य राज्यों द्वारा पारा शिक्षकों को दी जा रही सुविधाओं का ड्रॉफ्ट देने को कहा। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को मंगलवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में उठाएंगे। पारा शिक्षकों ने मंत्री की इस पहल का स्वागत किया। इस मौके पर एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुमित तिवारी, बिरसा हेंब्रम, कमलेश राय, ललित हांसदा, मुकेश शर्मा, तापस हलधर, भूषण गोप, अनूप कुमार दास, लक्ष्मण मार्डी सहित कई पारा शिक्षक उपस्थित थे।
हड़ताल व अन्य मामलों को लेकर रविवार को शिक्षा विभाग में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों (बीईईओ) के साथ बैठक हुई। इसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने बताया कि यदि पारा शिक्षक दो-तीन दिन के अंदर हड़ताल से वापस नहीं लौटते हैं उनके एकरारनामा पर इसका असर पड़ेगा। इस समयावधि में वापस लौटने वाले पारा शिक्षकों को नया एकरारनामा नहीं करना पड़ेगा। उसके बाद लौटने वाले पारा शिक्षकों को नया एकरारनामा फिर से करना पड़ेगा।
बैठक में बीईईओ को बताया गया कि वे नए पारा शिक्षकों या फिर गेस्ट शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में टेट उत्तीर्ण युवाओं को प्राथमिकता दे। जहां भी पारा शिक्षक बर्खास्त हो रहे हैं उस स्थान पर या तो पारा शिक्षकों की नियुक्ति या गेस्ट शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। गेस्ट शिक्षकों को रोजाना 200 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलेगा। इनकी नियुक्ति ग्राम शिक्षा समितियां करेगी। बैठक के दौरान शिक्षा विभाग की कई योजनाओं की समीक्षा की गई। बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक बृजमोहन कुमार, एडीपीओ पंकज कुमार, अखिलेश कुमार, प्रमोद कुमार सहित कई सदस्य उपस्थित थे।
कैबिनेट में उठाएंगे पारा शिक्षकों का मामला : जमशेदपुर के पारा शिक्षक शनिवार को झारखंड सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान मंत्री से पारा शिक्षकों ने अपनी समस्याएं रखी। मंत्री सरयू राय ने इस दौरान पारा शिक्षकों से कहा कि वे लोग उन्हें छत्तीसगढ़, बिहार व अन्य राज्यों द्वारा पारा शिक्षकों को दी जा रही सुविधाओं का ड्रॉफ्ट देने को कहा। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को मंगलवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में उठाएंगे। पारा शिक्षकों ने मंत्री की इस पहल का स्वागत किया। इस मौके पर एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुमित तिवारी, बिरसा हेंब्रम, कमलेश राय, ललित हांसदा, मुकेश शर्मा, तापस हलधर, भूषण गोप, अनूप कुमार दास, लक्ष्मण मार्डी सहित कई पारा शिक्षक उपस्थित थे।
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