रांची/जमशेदपुर : पारा शिक्षकों के मामले पर रांची में मंगलवार
को मंत्री सरयू राय ने बैठक बुलायी है. इसमें विभागीय पदाधिकारियों के
अलावा संबंधित लोगों को भी आमंत्रित किया गया है.
बैठक में विस्तार से पारा शिक्षकों के सारे मामले पर चर्चा की जायेगी.
उनकी क्या समस्या है और उसका निदान कैसे किया जा सकता है, इस पर भी बातचीत
की जायेगी. मंत्री सरयू राय ने इस मामले पर पारा शिक्षकों के साथ सोमवार
को भी बैठक की और उनकी समस्याओं को भी बारीकियों से जाना. इस दौरान पारा
शिक्षकों ने मंत्री को बताया कि बिहार, मध्यप्रदेश समेत तमाम राज्यों में
पारा शिक्षकों को लेकर नीतिगत फैसले लिये गये हैं.
इसके आधार पर यहां भी फैसला लिया जाना चाहिए. बैठक के बाद श्री राय ने
बताया कि पारा शिक्षकों का मसला काफी गंभीर है. इससे शैक्षणिक व्यवस्था
खराब हो रही है. राज्य स्थापना दिवस के मौके पर जो भी कुछ हुआ, वह पारा
शिक्षकों की गलती थी, लेकिन दोनों पक्ष को हठधर्मिता और पूर्वाग्रह को छोड़
कर बेहतर रास्ता बनाना चाहिए, ताकि स्थिति बेहतर हो सके.
श्री राय ने बताया कि उनसे करीब एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने
संपर्क किया है और बताया है कि इस मसले को लेकर काफी समस्या है और हर जगह
घेराव हो रहा है. हर जिले में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है. पूर्वी
सिंहभूम में 1600 स्कूल हैं, जिनमें से करीब 450 स्कूल सीधे तौर पर पारा
शिक्षक पर निर्भर हैं.
इससे प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा प्रभावित हो रही है, इस कारण इसको
गंभीरता से देखा जाना चाहिए. उन्होंने इस मसले को लेकर राज्य के मुख्य
सचिव, कार्मिक सचिव समेत अन्य लोगों से बातचीत की है, जो पूर्व में इस
समस्या को लेकर बनायी गयी कमेटी में थे. उस कमेटी की रिपोर्ट को लागू क्यों
नहीं किया गया, इस पर भी बातचीत हुई. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे, तो
मंत्रियों का समूह बनाकर इसका रास्ता निकाले या विधायकों का समूह बना ले,
ताकि नैसर्गिक न्याय के साथ एक बेहतर रास्ता निकल सके.
रांची : टेट सफल अभ्यर्थियों ने जमा किया आवेदन, योगदान देने की प्रक्रिया शुरू
रांची : हड़ताली पारा शिक्षकों की जगह नियुक्ति के लिए शिक्षक पात्रता
परीक्षा सफल अभ्यर्थियों के आवेदन लेने की प्रक्रिया सोमवार को सभी जिलों
में शुरू हो गयी. राज्य भर में लगभग तीन हजार से अधिक शिक्षक पात्रता
परीक्षा सफल अभ्यर्थियों ने आवेदन जमा किया. इधर, जेल भेजे गये पारा
शिक्षकों की जगह टेट सफल अभ्यर्थियों के विद्यालयों में योगदान देने की
प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है.
विभाग के आदेश के अनुरूप जेल भेजे गये पारा शिक्षकों की सेवा समाप्त
करने की प्रक्रिया लगभग सभी जिलों में पूरी कर ली गयी है. कई जिलों में इस
आशय का पत्र भी जारी कर दिया गया है. सेवा समाप्त किये जाने संबंधी पत्र
पारा शिक्षकों को जेल में ही दे दिया जायेगा. इसके अलावा विद्यालय नहीं आ
रहे पारा शिक्षकों को नोटिस भी दिया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि राज्य के
पारा शिक्षक 16 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. पारा शिक्षक
स्थायीकरण व वेतनमान देने की मांग कर रहे हैं. पारा शिक्षकों का कहना है कि
जब तक उनकी मां पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा.
जेल में पारा शिक्षकों से मिला प्रतिनिधिमंडल
रांची. झारखंड प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने होटवार जेल
में बंद पारा शिक्षकों से मिल कर आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की. राज्य
सरकार द्वारा पारा शिक्षकों के खिलाफ की जा रही दमनात्मक कार्रवाई की
निंदा करते हुए संघ ने पारा शिक्षकों को अविलंब बिना शर्त रिहा करने की
मांग की.
उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी पारा शिक्षकों के साथ अपराधियों जैसा सलूक
किया जाना पूरी तरह से गलत है, अनुचित है. राज्य हित व छात्र हित में पारा
शिक्षकों का आंदोलन तुरंत समाप्त कराया जाना चाहिए. इससे राज्य की बदनामी
हो रही है.
पारा शिक्षकों के साथ-साथ सरकारी शिक्षकों की समस्याएं भी दूर की
जाये. आंदोलन समाप्त नहीं कराया जाता है, तो सरकारी शिक्षक भी आंदोलन में
जाने की घोषणा कर सकते हैं. प्रतिनिधिमंडल में संघ के अध्यक्ष आनंद किशोर
साहू, महासचिव बलजीत कुमार सिंह, क्यामुद्दीन, अमित सोनू आदि शामिल थे.
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