रांची : राज्य सरकार ने हड़ताली पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी की
प्रक्रिया शुरू कर दी है. प्रथम चरण में जेल भेजे गये 275 पारा शिक्षक व
नामजद पारा शिक्षकों को बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया है. झारखंड
स्थापना दिवस के मौके पर हंगामा मामले में नामजद पारा शिक्षकों को जल्द
गिरफ्तार करने को कहा गया है.
इनकी जगह टेट पास अभ्यर्थियों को नियुक्त करने का निर्देश दिया गया
है. मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने इस संबंध में गुरुवार को सभी जिलाें के
डीसी व एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की. उन्हें निर्देश देते हुए कहा
कि वैसे पारा शिक्षकों को सुरक्षा प्रदान करें जो ड्यूटी पर लौटना चाहते
हैं. वीडियो कांफ्रेंसिंग में स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के प्रधान
सचिव एपी सिंह भी उपस्थित थे.
नयी नियुक्ति को लेकर दिशा निर्देश : हड़ताली पारा शिक्षकों के स्थान
पर टेट पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति विद्यालय प्रबंध समिति करेगी.
नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से सभी जिलों के डीसी दिशा-निर्देश
दिया गया है. शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थी ही अब पारा शिक्षक
बन सकेंगे. जेल भेजे गये पारा शिक्षकों की जगह नये शिक्षकों की नियुक्ति
प्रक्रिया अगले सप्ताह तक पूरी कर ली जायेगी.
नवनियुक्त पारा शिक्षकों को तय मानदेय के अनुरूप राशि का भुगतान किया
जायेगा. साथ ही निर्देश दिया गया है कि यदि किसी पारा शिक्षक को स्कूल
में योगदान करने से रोका जाता है, तो इसकी शिकायत उक्त शिक्षक संबंधित
थाना में कर सकते हैं. इस संबंध में भी उपायुक्त को पहल करने का निर्देश
दिया गया है.
हड़ताली पारा शिक्षकों को जारी होगा नोटिस : राज्य के हड़ताली पारा
शिक्षकों को बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. पारा शिक्षकों
को बर्खास्त करने से पूर्व नोटिस जारी किया जायेगा. नोटिस के जवाब के आधार
पर पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी का निर्णय लिया जायेगा. नोटिस का जवाब
नहीं देनेवाले पारा शिक्षक स्वत: बर्खास्त समझे जायेंगे.
मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीसी-एसपी को दिया निर्देश
60000 पारा शिक्षक हड़ताल पर : राज्य के 67 हजार पारा शिक्षकों में से
लगभग 60 हजार हड़ताल पर हैं. पारा शिक्षकों ने कहा : सरकार की कार्रवाई से
डरनेवाले नहीं है. जब तक मांगें पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा.
25 से भाजपा सांसद व विधायक के आवास का घेराव
पारा शिक्षकों ने आंदोलन और तेज करने का निर्णय लिया है. पारा शिक्षक
25 नवंबर से भाजपा सांसद, विधायक व मंत्री के आवास का अनिश्चितकालीन घेराव
करेंगे. एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के संजय दूबे ने बताया कि पारा
शिक्षक सरकार की कार्रवाई से डरनेवाले नहीं है. जब तक उनकी मांगें पूरी
नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा.
37 पारा शिक्षकों की जमानत याचिका खारिज
ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कुमार विपुल की अदालत से 37 पारा शिक्षकों की
जमानत याचिका खारिज हो गयी है. इनमें महिला पारा शिक्षक भी शामिल हैं. इन
सभी पारा शिक्षकों को पुलिस ने 15 नवंबर को गिरफ्तार किया था. इन पर राज्य
स्थापना दिवस के मौके पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने, तोड़-फोड़ करने,
सरकारी काम में बाधा डालने सहित अन्य आरोप हैं.
इनकी जमानत खारिज हुई : ललिता कुमारी, सुमित्रा देवी, सरस्वती कुस्ता,
फूल देवी, रुक्मिणी देवी, कबिलास कुमारी, बेबी कुमारी, सीता सोरेन, सलोमी
किस्कू, अमेली मरांडी, तेरेसा हेमरोम, नाजोन हांसदा, मेरी अमिता मुर्मू,
रीता देवी, पूर्णिमा कुमारी, गिरिजा देवी, अनिता कुमारी, कमला कुमारी,
सुभेंद्रा कुमारी, सलीहा बेगम, रेखा कुमारी, ललिता देवी, बिलास देवी, गौरी
झा, मधुबाला तिग्गा, मिनी मिश्रा, रेशमा देवी, निर्मला किड़ो, सुनैना
कच्छप, माया मिश्रा, पूनम कुमारी, मालती देवी सहित अन्य.
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