रांची: रांची विवि अंतर्गत मुख्यालय/स्नातकोत्तर
विभागों और अंगीभूत कॉलेजों में चल रहे वोकेशनल व प्रोफेशनल कोर्स में
अनुबंध पर कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों के वेतन से इपीएफ की राशि काटी
जायेगी. भविष्य निधि विभाग के निर्देश के बाद रांची विवि सिंडिकेट ने इस पर
अपनी सहमति जता दी है. कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में
आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि वोकेशनल/प्रोफेशनल कोर्स में अनुबंध पर
कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों के मानदेय से 12.5 प्रतिशत इफीएफ की राशि
काट ली जायेगी.
इस इपीएफ में विवि/महाविद्यालय का अंशदान किस प्रकार होगा, इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. विवि का विचार है कि शिक्षकों व कर्मचारियों को एक पैकेज के तहत मानदेय का भुगतान हो या फिर विवि अगर समर्थ होगा, तो विवि/महाविद्यालय समान राशि अंशदान करेगा. इपीएफ में जमा राशि में मिले ब्याज से शिक्षकों व कर्मचारियों को आर्थिक लाभ होगा.
बैठक में स्नातकोत्तर भूगर्भशास्त्र के प्राध्यापक व वर्तमान में नीलांबर-पीतांबर विवि के प्रतिकुलपति डॉ विजय सिंह को योगदान की तिथि से लियेन देने संबंधी प्रस्ताव पर रोक लगा दी गयी है. इसकी घटनोत्तर स्वीकृति से संबंधित प्रस्ताव अब सिंडिकेट की अगली बैठक में रखा जायेगा. रांची विवि के दीक्षांत समारोह में विवि के पूर्व प्रभारी कुलपति व आइएएस स्वर्गीय गोइंदा मिंज के नाम पर स्नातकोत्तर इतिहास विभाग के एसटी (अनुसूचित जनजाति) विवि टॉपर को गोल्ड मेडल प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी. रांची वीमेंस कॉलेज में संगीत विभाग की शिक्षिका पूनम धान को अध्ययन के लिए स्टडी लीव की स्वीकृति दे दी गयी. डॉ एमके जमुआर को रक्षा विवि में कुलसचिव के पद पर योगदान की तिथि से तीन वर्ष के लिए लियेन की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी. बिरसा कॉलेज खूंटी में अंगरेजी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ कुमारी भारती सिंह की सेवा संपुष्ट कर दी गयी. इसके अलावा स्नातकोत्तर रसायनशास्त्र विभाग के प्राध्यापक सह अाइक्वेक निदेशक डॉ संजय मिश्र व एसएस मेमोरियल कॉलेज जंतु विज्ञान विभाग के प्राध्यापक सह रूसा के नोडल अॉफिसर डॉ बीके सिन्हा को 33 दिन का आकस्मिक अवकाश स्वीकृत कर लिया गया.
कुलपति ने यह निर्देश दिया है कि इस तरह के अन्य शिक्षक अधिकारी से भी आवेदन प्राप्त कर सिंडिकेट की अगली बैठक में रखा जाये. स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ रमेश शरण को 18 नवंबर 1994 की तिथि से प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नति देने के प्रस्ताव की घटनोत्तर स्वीकृति दी गयी. वहीं एसएस मेमोरियल कॉलेज के प्रयोग प्रदर्शक ललित कुमार को 13 दिसंबर 1992 की तिथि से व्याख्याता के पद पर प्रोन्नति दी गयी. पीपीके कॉलेज बुंडू के वनस्पतिशास्त्र व्याख्याता अरुण कुमार को 23 सितंबर 1995 की तिथि से प्रोन्नति दी गयी.
स्नातकोत्तर उर्दू विभाग के व्याख्याता डॉ गुलाम सरवर को तीन वर्ष के लिए लियेन की स्वीकृति प्रदान की गयी. इसी प्रकार जेएन कॉलेज धुर्वा में वनस्पतिशास्त्र की व्याख्याता डॉ माधुरी वर्मा को तीन अप्रैल 1996 की तिथि से प्रोन्नति दी गयी. बैठक में निर्णय लिया गया कि विवि प्रशासनिक परिसर में स्थित जीर्ण-शीर्ण पुराने भवन को तोड़ कर साफ कर दिया जायेगा. सिंडिकेट ने इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी है. विवि मुख्यालय परिसर में डीएसडब्ल्यू कार्यालय के समीप बेकार पड़े आवासीय क्वार्टर व परीक्षा विभाग के सामने स्थित चालान काउंटर को ध्वस्त कर दिया जायेगा. पूर्व की बैठक में लिये गये निर्णय को संपुष्ट भी किया.
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