हजारीबाग : सर्व शिक्षा अभियान के निदेशक मुकेश कुमार ने सूचना भवन में
बैठक के दौरान डीएसई सहित शिक्षा विभाग के प्रखंड व जिला स्तर के
पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
कस्तूरबा विकास फंड और जिले में लगातार बेंच डेस्क खरीद व बिजली वाय¨रग मामले में मिल रही शिकायतों से नाराज निदेशक ने डीएसई इंदू भूषण ¨सह को जमकर फटकार लगाते उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला को अगले आदेश तक वेतन रोकने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि कहीं भी बेंच-डेस्क खरीद या बिजली वाय¨रग में अनियमितता की शिकायत आती है तो ऐसे लोंगों पर प्राथमिकी दर्ज करें। कहा कि कस्तूरबा विद्यालय में समूचित फंड का उपयोग नहीं होना ¨चता की बात है। बैठक में विद्यालयवार विकास रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि खुले में शौच मुक्त होने वाली पंचायतों के साथ ड्रापआउट विद्यालयों को जोड़कर जीरो पर लाएं। इससे पूर्व बैठक में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने अभियान निदेशक को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। वहीं कस्तूरबा विद्यालयो में अनियमितता की शिकायत पर सीधे वार्डेन पर कार्रवाई करने का निदेश देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए वार्डेन जिम्मेवार होंगे। बैठक में डीएसई इंदूभुषण ¨सह, एडीपीओ उदय ¨सह, बीइइओ रामबचन ¨सह, नागेश्वर ¨सह, अलख निरंजन सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
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शहरी क्षेत्र में न रहे कोई ड्रापआउट
मुकेश कुमार ने डीएसई को निर्देश दिया कि 15 दिन के अंदर शहरी क्षेत्र को जीरो ड्रापआउट बनाने की पहल करें। पंख योजना के तहत इसे जोड़े। किसी भी सूरत में कोई भी बच्चा विद्यालय जाने से छूट न जाए और न विद्यालय से बाहर जाए। बैठक में इसके अलावा सर्व शिक्षा अभियान के तहत चलाए जा रही अन्य योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। करीब ढाई घंटे तक चली समीक्षा बैठक में बीईईओ, डीएसई व भवन निर्माण से संबंधित पदाधिकारी निशाने पर रहे।
कस्तूरबा विकास फंड और जिले में लगातार बेंच डेस्क खरीद व बिजली वाय¨रग मामले में मिल रही शिकायतों से नाराज निदेशक ने डीएसई इंदू भूषण ¨सह को जमकर फटकार लगाते उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला को अगले आदेश तक वेतन रोकने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि कहीं भी बेंच-डेस्क खरीद या बिजली वाय¨रग में अनियमितता की शिकायत आती है तो ऐसे लोंगों पर प्राथमिकी दर्ज करें। कहा कि कस्तूरबा विद्यालय में समूचित फंड का उपयोग नहीं होना ¨चता की बात है। बैठक में विद्यालयवार विकास रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि खुले में शौच मुक्त होने वाली पंचायतों के साथ ड्रापआउट विद्यालयों को जोड़कर जीरो पर लाएं। इससे पूर्व बैठक में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने अभियान निदेशक को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। वहीं कस्तूरबा विद्यालयो में अनियमितता की शिकायत पर सीधे वार्डेन पर कार्रवाई करने का निदेश देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए वार्डेन जिम्मेवार होंगे। बैठक में डीएसई इंदूभुषण ¨सह, एडीपीओ उदय ¨सह, बीइइओ रामबचन ¨सह, नागेश्वर ¨सह, अलख निरंजन सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
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शहरी क्षेत्र में न रहे कोई ड्रापआउट
मुकेश कुमार ने डीएसई को निर्देश दिया कि 15 दिन के अंदर शहरी क्षेत्र को जीरो ड्रापआउट बनाने की पहल करें। पंख योजना के तहत इसे जोड़े। किसी भी सूरत में कोई भी बच्चा विद्यालय जाने से छूट न जाए और न विद्यालय से बाहर जाए। बैठक में इसके अलावा सर्व शिक्षा अभियान के तहत चलाए जा रही अन्य योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। करीब ढाई घंटे तक चली समीक्षा बैठक में बीईईओ, डीएसई व भवन निर्माण से संबंधित पदाधिकारी निशाने पर रहे।
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