गिरिडीह :मध्याह्न भोजन से संबंधित एसएमएस राज्य को करने में जिले के
शिक्षक कोताही बरत रहे हैं। करीब 20 फीसद स्कूलों से ही एसएमएस किया जा रहा
है। एक भी उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालयों से इस तरह का एसएमएस नहीं भेजा
जा रहा है। एसएमएस नहीं भेजने के कारण राज्य स्तर पर संचालित मध्याह्न भोजन
कोषांग को एमडीएम संचालन से संबंधित सही जानकारी नहीं मिल पा रही है।
विभागीय स्तर पर एसएमएस नहीं करनेवाले शिक्षकों की पहचान की जा रही है।
राज्य स्तरीय ऑनलाइन ऑटोमोटेड मॉनिट¨रग सिस्टम के तहत एसएमएस के जरिए विद्यालयों में संचालित एमडीएम पर नजर रखी जाती है। इसके लिए प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक को राज्य स्तर से जारी नंबर पर प्रत्येक कार्य दिवस को अपने-अपने विद्यालय में एमडीएम संचालन से संबंधित जानकारी एसएमएस के माध्यम से देनी है। इसमें होनेवाले खर्च का भुगतान भी करने का प्रावधान किया गया है।
वर्तमान स्थिति : जिला मध्याह्न भोजन कोषांग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के मात्र 657 सरकारी स्कूलों से ही नियमित रूप से एसएमएस किया जा रहा है, जबकि सरकारी स्कूलों की संख्या 1407 है। इसी तरह जिले में 1927 उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं, लेकिन अब तक एक भी उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय से एसएमएस नहीं किया गया है। जिला शिक्षा उपाधीक्षक एमके पांडेय ने बताया कि एसएमएस नहीं करनेवाले विद्यालयों की सूची प्रखंडों से मांगी गई है।
होगी कार्रवाई : जिला शिक्षा अधीक्षक कमला ¨सह ने कहा कि शिक्षकों द्वारा एमडीएम से संबंधित एसएमएस नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे विद्यालयों व शिक्षकों की पहचान की जा रही है। शीघ्र ही सभी पर कार्रवाई होगी।
राज्य स्तरीय ऑनलाइन ऑटोमोटेड मॉनिट¨रग सिस्टम के तहत एसएमएस के जरिए विद्यालयों में संचालित एमडीएम पर नजर रखी जाती है। इसके लिए प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक को राज्य स्तर से जारी नंबर पर प्रत्येक कार्य दिवस को अपने-अपने विद्यालय में एमडीएम संचालन से संबंधित जानकारी एसएमएस के माध्यम से देनी है। इसमें होनेवाले खर्च का भुगतान भी करने का प्रावधान किया गया है।
वर्तमान स्थिति : जिला मध्याह्न भोजन कोषांग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के मात्र 657 सरकारी स्कूलों से ही नियमित रूप से एसएमएस किया जा रहा है, जबकि सरकारी स्कूलों की संख्या 1407 है। इसी तरह जिले में 1927 उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं, लेकिन अब तक एक भी उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय से एसएमएस नहीं किया गया है। जिला शिक्षा उपाधीक्षक एमके पांडेय ने बताया कि एसएमएस नहीं करनेवाले विद्यालयों की सूची प्रखंडों से मांगी गई है।
होगी कार्रवाई : जिला शिक्षा अधीक्षक कमला ¨सह ने कहा कि शिक्षकों द्वारा एमडीएम से संबंधित एसएमएस नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे विद्यालयों व शिक्षकों की पहचान की जा रही है। शीघ्र ही सभी पर कार्रवाई होगी।
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