धनबाद : जिला प्रशासन ने कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय की
शिक्षिकाओं को मंगलवार दोपहर 12 बजे तक अपने काम पर लौटने का आदेश दिया है।
ऐसा नहीं हुआ तो शिक्षिकाओं की संविदा रद कर उन्हें बर्खास्त कर दिया
जाएगा। काम पर वापस लौटने के लिए पारा शिक्षकों, परियोजना कर्मियों व
बीआरपी- सीआरपी के लिए अलग-अलग तिथि निर्धारित की गयी है।
इसके अलावा जो हड़ताल पर नहीं गए हैं या वापस हो चुके हैं, उन्हें दस फीसद अधिक मानदेय देने की घोषणा की गई है।
शिक्षा विभाग में चल रहे हड़ताल को लेकर सोमवार डीडीसी गणेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी माधुरी कुमारी व जनसंपर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा ने संयुक्त प्रेस वार्ता की।
डीडीसी ने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों से संपर्क करने का आदेश दिया गया है ताकि सभी बच्चियां स्कूल आ सकें। उनकी सुरक्षा के लिए सभी कस्तूरबा स्कूलों में महिला सुरक्षा बल तैनात किया गया है। बच्चियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए मेडिकल टीम मुस्तैद है। उनकी पढ़ाई के लिए मध्य विद्यालय के शिक्षक प्रतिनियुक्त किए गए हैं। कस्तूरबा की 19 शिक्षिकाएं व 17 शिक्षकेतर कर्मी हड़ताल पर हैं।
परियोजना कर्मी 19 तक करें योगदान : जिले में शिक्षा परियोजना परिषद के 34 कर्मी हड़ताल पर हैं। सभी को 19 अक्टूबर तक योगदान देने का आदेश दिया गया है। ऐसा नहीं हुआ तो उनकी भी संविदा रद्द कर दी जाएगी।
156 बीआरपी-सीआरपी व 2273 पारा शिक्षक हड़ताल पर : जिले के 156 बीआरपी-सीआरपी एवं 2273 पारा शिक्षक भी हड़ताल पर हैं। बीआरपी-सीआरपी को 21 अक्टूबर तथा पारा शिक्षकों को 25 तक अपने स्कूल में योगदान देने का आदेश दिया गया है। ऐसा न करने पर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। 652 पारा शिक्षक हड़ताल से अलग हैं व अपना काम कर रहे हैं। जब तक ये लोग काम पर वापस नहीं आते हैं तब तक स्कूलों में सरकारी शिक्षक प्रतिनियुक्त किए गए हैं।
पार्ट टाइम शिक्षिकाएं कार्यरत : जिले के छह कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में कुल 1975 पार्ट टाइम शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। ये हड़ताल पर नहीं हैं। इसके अलावा रसोइए भी हड़ताल से बाहर हैं।
स्कूल पहुंची पांच छात्राएं : कस्तूरबा विद्यालय बलियापुर में सोमवार पांच छात्राएं पहुंचीं जबकि अन्य स्कूलों में एक भी छात्रा नहीं आई। हड़ताल पर गई शिक्षिकाओं ने इन छात्राओं को दुर्गा पूजा अवकाश के बाद भी स्कूल नहीं आने का आदेश दिया था।
दो वार्डन ने नहीं उठाया फोन : जिला शिक्षा पदाधिकारी माधुरी कुमारी ने कस्तूरबा स्कूल की वार्डन को खुद फोन कर उन्हें मंगलवार से काम पर लौटने को कहा। लेकिन टुंडी की मनोरमा व झरिया की रीता कुमारी ने उनका फोन नहीं उठाया। माधुरी ने कहा कि अन्य वार्डन ने स्कूल जाने का आश्वासन दिया है।
हड़तालियों से वार्ता को तैयार : हड़ताल पर गए पारा शिक्षकों, शिक्षिकाओं, परियोजना कर्मियों एवं बीआरपी-सीआरपी से वार्ता करने के लिए जिला प्रशासन तैयार है। डीडीसी ने कहा कि अगर वे शांतिपूर्ण ढंग से वार्ता करना चाहते हैं तो शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन तैयार है। उनकी मांगों पर उचित निर्णय लिया जाएगा।
इसके अलावा जो हड़ताल पर नहीं गए हैं या वापस हो चुके हैं, उन्हें दस फीसद अधिक मानदेय देने की घोषणा की गई है।
शिक्षा विभाग में चल रहे हड़ताल को लेकर सोमवार डीडीसी गणेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी माधुरी कुमारी व जनसंपर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा ने संयुक्त प्रेस वार्ता की।
डीडीसी ने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक व प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को अभिभावकों व जनप्रतिनिधियों से संपर्क करने का आदेश दिया गया है ताकि सभी बच्चियां स्कूल आ सकें। उनकी सुरक्षा के लिए सभी कस्तूरबा स्कूलों में महिला सुरक्षा बल तैनात किया गया है। बच्चियों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए मेडिकल टीम मुस्तैद है। उनकी पढ़ाई के लिए मध्य विद्यालय के शिक्षक प्रतिनियुक्त किए गए हैं। कस्तूरबा की 19 शिक्षिकाएं व 17 शिक्षकेतर कर्मी हड़ताल पर हैं।
परियोजना कर्मी 19 तक करें योगदान : जिले में शिक्षा परियोजना परिषद के 34 कर्मी हड़ताल पर हैं। सभी को 19 अक्टूबर तक योगदान देने का आदेश दिया गया है। ऐसा नहीं हुआ तो उनकी भी संविदा रद्द कर दी जाएगी।
156 बीआरपी-सीआरपी व 2273 पारा शिक्षक हड़ताल पर : जिले के 156 बीआरपी-सीआरपी एवं 2273 पारा शिक्षक भी हड़ताल पर हैं। बीआरपी-सीआरपी को 21 अक्टूबर तथा पारा शिक्षकों को 25 तक अपने स्कूल में योगदान देने का आदेश दिया गया है। ऐसा न करने पर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। 652 पारा शिक्षक हड़ताल से अलग हैं व अपना काम कर रहे हैं। जब तक ये लोग काम पर वापस नहीं आते हैं तब तक स्कूलों में सरकारी शिक्षक प्रतिनियुक्त किए गए हैं।
पार्ट टाइम शिक्षिकाएं कार्यरत : जिले के छह कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में कुल 1975 पार्ट टाइम शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। ये हड़ताल पर नहीं हैं। इसके अलावा रसोइए भी हड़ताल से बाहर हैं।
स्कूल पहुंची पांच छात्राएं : कस्तूरबा विद्यालय बलियापुर में सोमवार पांच छात्राएं पहुंचीं जबकि अन्य स्कूलों में एक भी छात्रा नहीं आई। हड़ताल पर गई शिक्षिकाओं ने इन छात्राओं को दुर्गा पूजा अवकाश के बाद भी स्कूल नहीं आने का आदेश दिया था।
दो वार्डन ने नहीं उठाया फोन : जिला शिक्षा पदाधिकारी माधुरी कुमारी ने कस्तूरबा स्कूल की वार्डन को खुद फोन कर उन्हें मंगलवार से काम पर लौटने को कहा। लेकिन टुंडी की मनोरमा व झरिया की रीता कुमारी ने उनका फोन नहीं उठाया। माधुरी ने कहा कि अन्य वार्डन ने स्कूल जाने का आश्वासन दिया है।
हड़तालियों से वार्ता को तैयार : हड़ताल पर गए पारा शिक्षकों, शिक्षिकाओं, परियोजना कर्मियों एवं बीआरपी-सीआरपी से वार्ता करने के लिए जिला प्रशासन तैयार है। डीडीसी ने कहा कि अगर वे शांतिपूर्ण ढंग से वार्ता करना चाहते हैं तो शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन तैयार है। उनकी मांगों पर उचित निर्णय लिया जाएगा।
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