रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो केंद्र सरकार पारा शिक्षकों का मानदेय 25 फीसदी बढ़ाने के लिए तैयार है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से इसके लिए प्रस्ताव मांगा जा रहा है। लेकिन विभाग यह पत्र देने से इनकार कर रहा है। पारा शिक्षकों ने इस रवैये के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का एलान किया है।
झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ के संरक्षक विक्रांत ज्योति ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी केवल बहानेबाजी कर रहे हैं। वे 25 फीसदी मानदेय वृद्धि की अनुशंसा केंद्र को भेज दें। हम केंद्र सरकार से ले लेंगे। विक्रांत ज्योति ने कहा कि पारा शिक्षकों का हड़ताल तुड़वाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी दबाव की रणनीति बना रहे हैं। लेकिन प्रदेश के पारा शिक्षक इससे झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से हर बार समझौते के नाम पर धोखा दिया जा रहा है। केंद्र सरकार मानदेय में 25 फीसदी मानदेय वृद्धि के लिए तैयार है। लेकिन स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से मानदेय में केवल 10 फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव दिया और उतना ही दिया गया। यह शिक्षा विभाग की पारा शिक्षक विरोधी नीति का सबसे बड़ा उदाहरण है। झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ ने कहा है कि झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक की ओर से दिए गए हड़ताल तोड़ने के डेडलाइन को महासंघ नकारता है। बर्खास्तगी की धमकियों को नकारते हुए महासंघ के सदस्य हड़ताल पर कायम हैं और घोषित तिथियों पर चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा।
झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ के संरक्षक विक्रांत ज्योति ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी केवल बहानेबाजी कर रहे हैं। वे 25 फीसदी मानदेय वृद्धि की अनुशंसा केंद्र को भेज दें। हम केंद्र सरकार से ले लेंगे। विक्रांत ज्योति ने कहा कि पारा शिक्षकों का हड़ताल तुड़वाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी दबाव की रणनीति बना रहे हैं। लेकिन प्रदेश के पारा शिक्षक इससे झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से हर बार समझौते के नाम पर धोखा दिया जा रहा है। केंद्र सरकार मानदेय में 25 फीसदी मानदेय वृद्धि के लिए तैयार है। लेकिन स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से मानदेय में केवल 10 फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव दिया और उतना ही दिया गया। यह शिक्षा विभाग की पारा शिक्षक विरोधी नीति का सबसे बड़ा उदाहरण है। झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ ने कहा है कि झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक की ओर से दिए गए हड़ताल तोड़ने के डेडलाइन को महासंघ नकारता है। बर्खास्तगी की धमकियों को नकारते हुए महासंघ के सदस्य हड़ताल पर कायम हैं और घोषित तिथियों पर चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा।
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