गिरिडीह : शिक्षक संगठन समन्वय समिति सह संचालन समिति के प्रतिनिधियों
की मंगलवार को उपायुक्त उमाशंकर ¨सह के साथ वार्ता हुई, जिसमें समिति की ओर
से 13 सूत्री मांग पत्र उपायुक्त को सौंपा गया। उपायुक्त ने शिक्षकों की
अधिकांश मांगों पर अपनी सहमति दी।
इस दौरान डीसी ¨सह ने प्रतिनिधियों को बताया कि गत 29 सितंबर को संपन्न जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक में जिले के करीब 715 प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्ति तिथि से ग्रेड 1 से 2 एवं ग्रेड 4 से 5 में प्रोन्नति दी गयी है। बताया कि शेष शिक्षकों को 26 अक्टूबर तक प्रोन्नति दी जाएगी। शिक्षकों को सेवानिवृत्ति का लाभ समय पर देने की मांग पर डीएसई ने बताया कि इसके लिए साप्ताहिक समीक्षा हो रही है। प्रत्येक शनिवार को वे सेवानिवृत्ति से संबंधित मामले की समीक्षा करते हैं। ऐसे मामलों का निष्पादन तेजी से किया जा रहा है। बताया कि सात सेवानिवृत्त शिक्षकों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है, इसके लिए विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है। शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद करने की मांग पर उन्होंने बताया कि बंद और कस्तूरबा विद्यालयों को छोड़ अन्य जगहों पर प्रतिनियोजित शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
दिशा ऐप के प्रारूप में होगा संशोधन :
बताया गया कि दिशा ऐप के प्रारूप में संशोधन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी डीएसई, एपीओ आदि को दी गयी, जो तार्किक ढंग से इसमें संशोधन कर नया प्रारूप तैयार करेंगे। उपायुक्त ने कहा कि दिशा ऐप का उद्देश्य शिक्षकों को दंडित करना नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में अपेक्षित सुधार करना है।
एसएमएस पैक को बढ़ेगी राशि :
बताया गया कि प्रधानाध्यापकों को अभी एसएमएस और नेट पैक के लिए प्रबंधन समिति से प्रतिमाह 200 रुपये दिए जाते हैं। यदि यह राशि कम पड़ रही है, तो इसकी समीक्षा कर इसमें सौ रुपये की वृद्धि की जाएगी। वहीं दिशा ऐप के लिए एंड्रायड मोबाइल की मांग पर उपायुक्त ने कहा कि इसके लिए अभी कोई फंड नहीं है। भविष्य में फंड आने पर दिया जाएगा।
रॉयल्टी मामले की होगी समीक्षा :
विद्यालयों में असैनिक कार्य कराने वाले शिक्षकों से रॉयल्टी की राशि अब वसूल करने के मामले पर भी प्रतिनिधियों ने वार्ता की। कहा कि अब तीन गुना राशि रॉयल्टी के रूप में मांगी जा रही है। इस पर उपायुक्त ने कहा कि इस मामले की समीक्षा की जाएगी। इस पर विचार किया जाएगा कि इस मामले में कौन-कौन दोषी है और किन-किन लोगों से रॉयल्टी की राशि वसूल की जा सकती है।
इधर, सम्मानजनक वार्ता के बाद शिक्षक प्रतिनिधियों ने पांच अक्टूबर से दिशा कार्यक्रम के तहत उपस्थिति बनाने का भरोसा दिलाया। साथ ही शिक्षकों से मोबाइल से उपस्थिति दर्ज करने की अपील की। वार्ता में डीएसई कमला ¨सह, शिक्षक मैनेजर प्रसाद ¨सह, प्रवीण सिन्हा, रामेश्वर पंडित, तेजनारायण महथा, लक्ष्मीचरण महथा, बासुकीनाथ राय आदि शामिल थे।
इस दौरान डीसी ¨सह ने प्रतिनिधियों को बताया कि गत 29 सितंबर को संपन्न जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक में जिले के करीब 715 प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्ति तिथि से ग्रेड 1 से 2 एवं ग्रेड 4 से 5 में प्रोन्नति दी गयी है। बताया कि शेष शिक्षकों को 26 अक्टूबर तक प्रोन्नति दी जाएगी। शिक्षकों को सेवानिवृत्ति का लाभ समय पर देने की मांग पर डीएसई ने बताया कि इसके लिए साप्ताहिक समीक्षा हो रही है। प्रत्येक शनिवार को वे सेवानिवृत्ति से संबंधित मामले की समीक्षा करते हैं। ऐसे मामलों का निष्पादन तेजी से किया जा रहा है। बताया कि सात सेवानिवृत्त शिक्षकों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया है, इसके लिए विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है। शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद करने की मांग पर उन्होंने बताया कि बंद और कस्तूरबा विद्यालयों को छोड़ अन्य जगहों पर प्रतिनियोजित शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
दिशा ऐप के प्रारूप में होगा संशोधन :
बताया गया कि दिशा ऐप के प्रारूप में संशोधन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी डीएसई, एपीओ आदि को दी गयी, जो तार्किक ढंग से इसमें संशोधन कर नया प्रारूप तैयार करेंगे। उपायुक्त ने कहा कि दिशा ऐप का उद्देश्य शिक्षकों को दंडित करना नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में अपेक्षित सुधार करना है।
एसएमएस पैक को बढ़ेगी राशि :
बताया गया कि प्रधानाध्यापकों को अभी एसएमएस और नेट पैक के लिए प्रबंधन समिति से प्रतिमाह 200 रुपये दिए जाते हैं। यदि यह राशि कम पड़ रही है, तो इसकी समीक्षा कर इसमें सौ रुपये की वृद्धि की जाएगी। वहीं दिशा ऐप के लिए एंड्रायड मोबाइल की मांग पर उपायुक्त ने कहा कि इसके लिए अभी कोई फंड नहीं है। भविष्य में फंड आने पर दिया जाएगा।
रॉयल्टी मामले की होगी समीक्षा :
विद्यालयों में असैनिक कार्य कराने वाले शिक्षकों से रॉयल्टी की राशि अब वसूल करने के मामले पर भी प्रतिनिधियों ने वार्ता की। कहा कि अब तीन गुना राशि रॉयल्टी के रूप में मांगी जा रही है। इस पर उपायुक्त ने कहा कि इस मामले की समीक्षा की जाएगी। इस पर विचार किया जाएगा कि इस मामले में कौन-कौन दोषी है और किन-किन लोगों से रॉयल्टी की राशि वसूल की जा सकती है।
इधर, सम्मानजनक वार्ता के बाद शिक्षक प्रतिनिधियों ने पांच अक्टूबर से दिशा कार्यक्रम के तहत उपस्थिति बनाने का भरोसा दिलाया। साथ ही शिक्षकों से मोबाइल से उपस्थिति दर्ज करने की अपील की। वार्ता में डीएसई कमला ¨सह, शिक्षक मैनेजर प्रसाद ¨सह, प्रवीण सिन्हा, रामेश्वर पंडित, तेजनारायण महथा, लक्ष्मीचरण महथा, बासुकीनाथ राय आदि शामिल थे।
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