रांची। झारखंड के विभिन्न विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षकों) के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच पांच दिन में करनी है। उनकी जुलाई में आकलन परीक्षा भी होगी।
इस संबंध में 17 जून को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने आदेश जारी किया है। उन्होंने इसकी जानकारी सभी जिला शिक्षा अधीक्षक और प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को दी है। तय समय में जांच नहीं पूरा करने वाले शिक्षा पदाधिकारी जिम्मेवार होंगे।परियोजना निदेशक ने पत्र में लिखा है कि सहायक अध्यापक सम्प्रति पारा शिक्षक के शैक्षणिक एवं शैक्षणिक प्रमाण पत्र के सत्यापन का कार्य अभी भी लंबित है। निर्देश के अनुसार सभी कार्यरत प्रशिक्षित सहायक अध्यापक की आकलन परीक्षा 17 जुलाई, 2022 को आयोजित की जानी है। सभी प्रशिक्षित सहायक अध्यापक को उक्त आकलन परीक्षा में भाग लेना अनिवार्य है। कार्यरत रहते हुए आकलन परीक्षा में नहीं बैठने वाले सहायक अध्यापक का एक अवसर का उपयोग माना जाएगा।
उक्त आकलन के परीक्षा आयोजन के पूर्व सभी कार्यरत सहायक अध्यापक के शैक्षणिक एवं शैक्षणिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया जाना आवश्यक है। आकलन परीक्षा में वही सहायक अध्यापक शिक्षक भाग ले सकेंगे, जिनका सभी शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कर लिया गया है।
झारखंड सहायक अध्यापक सेवाशर्त नियमावली, 2021 के प्रावधान के अनुसार संबंधित पारा शिक्षक सभी शैक्षणिक/प्रशैक्षणिक और शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्णता प्रमाण पत्र एवं अन्य प्रमाण पत्रों की जांच के लिए अभिप्रमाणित प्रति आवश्यक शुल्क सहित 15 दिनों के अंदर जिला शिक्षा अधीक्षक-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को संबंधित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के माध्यम से उपलब्ध करायेंगे। जिला शिक्षा अधीक्षक सभी कागजात प्राप्त होने के 15 दिनों के अन्दर संबंधित बोर्ड, संस्थान को जांच के लिए भेजेंगे।
प्रमाण पत्र जाली या गलत पाए जाने की स्थिति में सक्षम प्राधिकार के सचिव द्वारा संबंधित सक्षम प्राधिकार के प्रखंड शिक्षा समिति में रखते हुए उसकी सहमति से संबंधित पारा शिक्षक की संविदा/कार्य अनुमति समाप्त करने की कार्रवाई की जायेगी। समय पर प्रमाण पत्र की जांच करा लेना संबंधित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी-सह-सदस्य सचिव, प्रखंड शिक्षा समिति एवं संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधीक्षक-सह-अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की सामूहिक जिम्मेवारी होगी।
राज्य परियोजना कार्यालय ने 5 अप्रैल, 2022 को सहायक अध्यापक के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन की प्राथमिकता को देखते हुए समिति का गठन किया है। इसके अध्यक्ष क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी, सदस्य प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (प्रत्येक तीन प्रखंड में एक) हैं।
निदेशक ने लिखा है कि कार्यरत सभी सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षकों) के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन का कार्य 22 जून, 2022 तक पूर्ण करते हुए राज्य परियोजना कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। ससमय जांच पूर्ण नहीं होने की स्थिति में संबंधित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी-सह-सदस्य सचिव, प्रखंड शिक्षा समिति एवं संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधीक्षक-सह-अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की जिम्मेवारी होगी।
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