रांची। प्रमुख संवाददाता
घंटी आधारित अनुबंध सहायक प्राध्यापकों व अतिथि शिक्षकों के मानदेय भुगतान में आ रही समस्या के मद्देनजर रांची विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों व स्नातकोत्तर विभागों को निर्देश जारी किया है। इसके तहत सभी कॉलेजों के प्राध्यापकों को कहा गया है कि वे हर माह अनुबंध सहायक प्राध्यापकों व अतिथि शिक्षकों का सर्टिफाइड बिल जमा करें, ताकि हर माह उनके मानदेय का भुगतान किया जा सके।
मंगलवार को कुलपति डॉ कामिनी कुमार की अध्यक्षता में सभी प्राचार्यों की बैठक हुई। इसमें यह निर्देश दिया गया। कोरोना काल में अनुबंध शिक्षक ऑनलाइन कक्षा ले रहे हैं। इसके लिए हर अनुबंध शिक्षक की ऑनलाइन कक्षा के लिंक की स्क्रीनशॉट भी प्राचार्यों को रखने को कहा गया है। कुछ प्राचार्यों का कहना था कि अनुबंध शिक्षक दो-तीन महीने का बिल एक साथ देते हैं, जिसके कारण सर्टिफाइड बिल भेजने में देर होती है। इस पर कुलपति ने इस व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
बैठक में कुलपति ने प्राचार्यों को कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से वेतन हर माह की पहली तारीख को जारी कर दी जाती है, लेकिन कुछ कॉलेज के शिक्षकों ने तीन-चार माह से वेतन नहीं मिलने की शिकायत की है।
कुलपति ने प्राचार्यों को सेमेस्टर सिस्टम के रेगुलेशन की जानकारी रखने को कहा। जानकारी के अभाव में परीक्षा व विद्यार्थियों को प्रमोट करने में कई तरह की समस्याएं आ रही हैं। इसके लिए डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा को सभी प्राचार्यों को रेगुलेशन उपलब्ध कराने को कहा गया। इसके अलावा मिड सेम परीक्षा का प्राप्तांक कॉलेज के नोटिस बोर्ड व वेबसाइट पर प्रदर्शित करने को कहा गया। साथ ही, इसे विश्वविद्यालय को भी उपलब्ध कराने को कहा गया है।
कल से शुरू होगा ग्रीष्मावकाश:
रांची विश्वविद्यालय में 20 मई से 19 जून तक ग्रीष्मावकाश रहेगा। सिर्फ स्नातकोत्तर सेमेस्टर-4 का सिलेबस जिन विभागों या कॉलेजों में पूरा नहीं हुआ है, वहां सिलेबस पूरा कराया जाएगा। इसके लिए प्राचार्य या विभागाध्यक्ष जिन शिक्षकों को कक्षा देंगे, उनका भुगतान कर दिया जाएगा। स्नातक 2019-20 के बैकलॉग वाले विद्यार्थियों का परीक्षा फॉर्म भराने का निर्देश भी प्राचार्यों को दिया गया। बैठक में डीएसडब्ल्यू डॉ राजकुमार शर्मा, रजिस्ट्रार डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ प्रीतम कुमार समेत सभी कॉलेजों के प्राचार्य शामिल थे।
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