रांची : राज्य में पारा शिक्षकों के आंदोलन को लेकर विधानसभा भी गरम
है़ विपक्ष पारा शिक्षकों की मांगें पूरी करने के लिए सरकार पर विधानसभा
के माध्यम से दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है़
शीतकालीन सत्र में यह मुद्दा पक्ष-विपक्ष के बीच तकरार व सदन की
कार्यवाही में गतिरोध बनेगा़ शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही सत्र शुरू होते
ही विपक्ष के विधायक पारा शिक्षकों के समर्थन में उतर आये. स्पीकर दिनेश
उरांव ने सोमवार को सत्र के पहले दिन सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए
कार्यमंत्रणा की बैठक बुलायी़.
इस बैठक में विपक्ष की ओर से कहा गया कि सरकार सदन के अंदर पारा
शिक्षकों के मुद्दे पर ठोस जवाब दे़ उनकी मांगों को लेकर सरकार अपना रुख
स्पष्ट करे़ वहीं, सत्ता पक्ष पारा शिक्षकों के मामले में बहस कराने की
बात कर रहा है़
सत्ता पक्ष का कहना था कि इससे स्थिति स्पष्ट हो जायेगी और सभी को
अपनी बातें रखने का मौका मिलेगा़ कार्यमंत्रणा की बैठक में पक्ष-विपक्ष के
बीच गतिरोध दूर करने को लेकर कोई सहमति नहीं बन पायी़ उधर, साेमवार को
सत्र शुरू होते ही झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने यह मामला उठाते
हुए कहा कि राज्य के 70 हजार पारा शिक्षक 35-36 दिनों से आंदोलनरत हैं.
कई पारा शिक्षकों की मौत हो गयी है़ सरकार को इनकी मांगों पर
सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए़ श्री यादव के मामला उठाते ही झामुमो
विधायकों भी पारा शिक्षकों के समर्थन में उतर आये़ विपक्षी विधायकों ने
हो-हल्ला शुरू कर दिया़
झामुमो विधायक रवींद्र महतो, जगन्नाथ महतो, कुणाल षाडंगी सहित कई
विधायक जोर-जोर से अपनी बातें रखने लगे़ माले विधायक राजकुमार यादव वेल
में घुस कर अपनी बातें रखने लगे़ कांग्रेस विधायक मनोज यादव, बादल
पत्रलेख, आलमगीर आलम, इरफान अंसारी सहित कई विधायक पारा शिक्षकों की मांग
पूरी करने की बात कह रहे थे़
स्पीकर दिनेश उरांव के आग्रह के बाद विपक्षी विधायक शोक प्रस्ताव के
लिए तैयार हुए़ संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा को शोर-शराबे के बीच
अनुपूरक सहित दूसरे विधायी कार्य पूरे करने पड़े़ इधर, सत्ता पक्ष भी
पारा शिक्षकों की मांगों के समर्थन में उतर आया है़
सत्ता पक्ष के विधायक राधाकृष्ण किशोर ने ध्यानाकर्षण के तहत मामला
सदन में लाने का आवेदन दिया है़ श्री किशोर ने कहा है कि राज्य के पारा
शिक्षक हड़ताल पर है़ं राज्य में शैक्षणिक वातावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़
रहा है, इस मामले में सरकार जल्द निर्णय ले़
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