धनबाद : पारा शिक्षकों की हड़ताल की वजह
से बंद पड़े जिला के 666 विद्यालयों में से 325 को खुलवाने में विभाग
सोमवार को कामयाब रहा. यहां 168 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में डीएलएड
प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्त किया गया है. वहीं 157 विद्यालयों को ग्राम
शिक्षा समिति के सहयोग से खोल दिया गया. विभाग बंद पड़े शेष स्कूलों को
मंगलवार को खुलवाने पर जोर लगाये हुए है.
डीइओ डॉ माधुरी कुमारी प्रखंडों में
घूम-घूम कर हालात का जायजा ले रही हैं. सोमवार उन्होंने बाघमारा प्रखंड का
दौरा वहां के बीइइओ से बंद विद्यालयों की स्थिति पर चर्चा की. सभी बीइइओ
को मंगलवार को 300 से अधिक विद्यालयों को खुलवाने का निर्देश दिया.
झारखंड शिक्षामित्र संघ ने किया विरोध :
वैसे जिले के सभी बंद पड़े विद्यालयों के लिए अस्थायी तौर पर डीएलड
प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्त किया है. इनकी नियुक्ति फिलहाल हड़ताल अवधि
के लिए ही है. दूसरी ओर झारखंड शिक्षामित्र संघ ने इसका विरोध किया है. संघ
के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रज मोहन पाठक ने सभी पारा शिक्षकों से धैर्य व एकता
कायम रखते हुए हड़ताल पर अडिग रहने का आह्वान किया है.
जनप्रतिनिधियों का घेराव जारी : समान
काम का समान वेतन की मांग को लेकर 11वें दिन भी पारा शिक्षक हड़ताल पर डटे
रहे. राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत सत्तापक्ष के सांसद-विधायक के आवास पर
घेरा डालो डेरा डालो कार्यक्रम के तहत धरना जारी रहा. धनबाद सांसद
पशुपतिनाथ सिंह के आवास पर झरिया, कलियासोल, एगारकुंड, निरसा के पारा
शिक्षकों ने धरना दिया. वहीं धनबाद विधायक राज सिन्हा, सिंदरी विधायक
फूलचंद मंडल, बाघमारा विधायक ढुलू महतो के आवासों पर पारा शिक्षक सोमवार
को भी डटे रहे. एकीकृत पारा शिक्षक मोर्चा के जिला सचिव मोहम्मद सिद्दिकी
शेख ने हड़ताल को सफल बताया है.
पारा शिक्षकों ने दूसरे दिन भी घेरा विधायक आवास
बरवाअड्डा. पारा शिक्षकों के
राज्यव्यापी कार्यक्रम घेरा डालो-डेरा डालो के तहत पारा शिक्षकों ने सोमवार
को दूसरे दिन भी विधायक फूलचंद मंडल का आवास घेरा. कार्यक्रम में
गोविंदपुर, टुंडी, बलियापुर एवं धनबाद प्रखंड के पारा शिक्षकों भाग लिया.
घेराव में शामिल पारा शिक्षक–शिक्षिकाओं ने सीएम रघुवर दास व भाजपा के
खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पारा शिक्षकों ने विधायक को छत्तीसगढ़ शिक्षक
भर्ती नियमावली की कॉपी भी सौंपी.
सरकार छत्तीसगढ़ की नियमावली को लागू करे : निरंजन
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा
गोविंदपुर प्रखंड के अध्यक्ष निरंजन दे ने कहा सांसद एवं विधायक ने
छत्तीसगढ़ शिक्षक भर्ती नियमावली की कॉपी मांगी थी जो आज विधायक को सौंप दी
गयी. छत्तीसगढ़ में आठ वर्ष तक सेवा करनेवाले पारा शिक्षकों का स्थायीकरण
किया गया है. फिर झारखंड सरकार को ऐसा करने में क्या परेशानी हो रही है.
पारा शिक्षक नेता दिलीप राय ने मुख्य
सचिव के बयान तकनीकी कारणों से पारा शिक्षकों का स्थायीकरण नहीं किया जा
सकता की निंदा की. कहा कि अधिकारी मुख्यमंत्री को बरगला रहे हैं. मौके पर
रंजीत मंडल, अशोक सिंह चौधरी, नयन मिश्रा, सुशील पांडेय, सुदामा प्रसाद
महतो, संजय सिंह, नरेश महतो, सुनील सिंंह, प्रवीण चौधरी, अनादि मंडल, निमाई
गोराई, आनंद कुभंकार, बलभद्र मरांडी, दीपक भंडारी, नंदलाल महतो, कीर्तन
बराट, कार्तिक साव, सोहेल अयररफ, ओम प्रकाश रवानी, सुनील मिर्धा, जय
प्रकाश साव, योगेंद्र पांडेय, गणेश ठाकुर, अजीज अंसारी, साधन मंडल, आशुतोष
रजक समेत दर्जनों पारा शिक्षक–शिक्षिकाएं मौजूद थे.
महिलाओं पर लाठीचार्ज निंदनीय : फूलचंद
विधायक श्री मंडल ने कहा कि पुलिस
द्वारा महिलाओं पर लाठीचार्ज की घटना निंदनीय है. इसकी जांच होनी चाहिए.
महिला पारा शिक्षकों को जेल भेजा जाना और भी निंदनीय है. पारा शिक्षकों को
लेकर सरकार की बेरूखी से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है. पार्टी को इसे
तुरंत संज्ञान लेने की जरूरत है. मैं अपने स्तर से समस्या का समाधान कराने
में लगा हूं. आज प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ को फोन लगाया. लेकिन
उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया. उम्मीद है जल्द ही समस्या का हल निकल
जायेगा.
बरवाअड्डा. पारा शिक्षकों के
राज्यव्यापी कार्यक्रम घेरा डालो-डेरा डालो के तहत पारा शिक्षकों ने सोमवार
को दूसरे दिन भी विधायक फूलचंद मंडल का आवास घेरा. कार्यक्रम में
गोविंदपुर, टुंडी, बलियापुर एवं धनबाद प्रखंड के पारा शिक्षकों भाग लिया.
घेराव में शामिल पारा शिक्षक–शिक्षिकाओं ने सीएम रघुवर दास व भाजपा के
खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पारा शिक्षकों ने विधायक को छत्तीसगढ़ शिक्षक
भर्ती नियमावली की कॉपी भी सौंपी.
सरकार छत्तीसगढ़ की नियमावली को लागू करे : निरंजन
एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा
गोविंदपुर प्रखंड के अध्यक्ष निरंजन दे ने कहा सांसद एवं विधायक ने
छत्तीसगढ़ शिक्षक भर्ती नियमावली की कॉपी मांगी थी जो आज विधायक को सौंप दी
गयी. छत्तीसगढ़ में आठ वर्ष तक सेवा करनेवाले पारा शिक्षकों का स्थायीकरण
किया गया है. फिर झारखंड सरकार को ऐसा करने में क्या परेशानी हो रही है.
पारा शिक्षक नेता दिलीप राय ने मुख्य सचिव के बयान तकनीकी कारणों से पारा
शिक्षकों का स्थायीकरण नहीं किया जा सकता की निंदा की.
कहा कि अधिकारी मुख्यमंत्री को बरगला
रहे हैं. मौके पर रंजीत मंडल, अशोक सिंह चौधरी, नयन मिश्रा, सुशील पांडेय,
सुदामा प्रसाद महतो, संजय सिंह, नरेश महतो, सुनील सिंंह, प्रवीण चौधरी,
अनादि मंडल, निमाई गोराई, आनंद कुभंकार, बलभद्र मरांडी, दीपक भंडारी,
नंदलाल महतो, कीर्तन बराट, कार्तिक साव, सोहेल अयररफ, ओम प्रकाश रवानी,
सुनील मिर्धा, जय प्रकाश साव, योगेंद्र पांडेय, गणेश ठाकुर, अजीज अंसारी,
साधन मंडल, आशुतोष रजक समेत दर्जनों पारा शिक्षक–शिक्षिकाएं मौजूद थे.
महिलाओं पर लाठीचार्ज निंदनीय : फूलचंद
विधायक श्री मंडल ने कहा कि पुलिस
द्वारा महिलाओं पर लाठीचार्ज की घटना निंदनीय है. इसकी जांच होनी चाहिए.
महिला पारा शिक्षकों को जेल भेजा जाना और भी निंदनीय है. पारा शिक्षकों को
लेकर सरकार की बेरूखी से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है. पार्टी को इसे
तुरंत संज्ञान लेने की जरूरत है. मैं अपने स्तर से समस्या का समाधान कराने
में लगा हूं. आज प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ को फोन लगाया. लेकिन
उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया. उम्मीद है जल्द ही समस्या का हल निकल
जायेगा.
No comments:
Post a Comment