नवनियुक्त शिक्षकों की पहली जिम्मेवारी सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों
के भविष्य को गढ़ने की है। वे पूरे समर्पण और ईमानदारी के साथ अपने
कर्तव्यों का निर्वहन करे ताकि स्कूलों के शैक्षणिक स्तर में सुधार लाया जा
सके।
यह बात शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने नव नियुक्त स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के पदस्थापन को लेकर आयोजित समारोह में कही। यह कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित परियोजना बालिका उच्च विद्यालय में आयोजित था। मंत्री ने कहा कि पिछले तीन सालों के अंदर प्रदेश के हर जिले में प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा के स्तर में काफी सरकार के प्रयास के काफी सुधार आया है। उन्होंने प्रदेश में शिक्षा के बदहाल स्थिति के लिये पूर्व के सत्तारूढ़ पाटियों को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि इस दौरान ठोस प्रयास नहीं किये गये। वहीं हाई स्कूलों में शिक्षकों के नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण है। मंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में 23 हजार शिक्षकों की जरूरत है। वहीं वर्तमान के मात्र 2300 शिक्षक कार्यरत है। इसके बावजूद प्रदेश के रिजल्ट में काफी सुधार आया है। मौके पर जिले के सभी नवनियुक्त 12 शिक्षकों को मंत्री द्वारा उनके पदस्थापित स्कूलों में योगदान देने को लेकर पदस्थापन पत्र सौंपा। समारोह में डीईओ शिवनारायण साह के अलावा डीएसई प्रबला खेस भी उपस्थित थे।
यह बात शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने नव नियुक्त स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के पदस्थापन को लेकर आयोजित समारोह में कही। यह कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित परियोजना बालिका उच्च विद्यालय में आयोजित था। मंत्री ने कहा कि पिछले तीन सालों के अंदर प्रदेश के हर जिले में प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा के स्तर में काफी सरकार के प्रयास के काफी सुधार आया है। उन्होंने प्रदेश में शिक्षा के बदहाल स्थिति के लिये पूर्व के सत्तारूढ़ पाटियों को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि इस दौरान ठोस प्रयास नहीं किये गये। वहीं हाई स्कूलों में शिक्षकों के नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण है। मंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में 23 हजार शिक्षकों की जरूरत है। वहीं वर्तमान के मात्र 2300 शिक्षक कार्यरत है। इसके बावजूद प्रदेश के रिजल्ट में काफी सुधार आया है। मौके पर जिले के सभी नवनियुक्त 12 शिक्षकों को मंत्री द्वारा उनके पदस्थापित स्कूलों में योगदान देने को लेकर पदस्थापन पत्र सौंपा। समारोह में डीईओ शिवनारायण साह के अलावा डीएसई प्रबला खेस भी उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment