कोडरमा : मैट्रिक व इंटर की उत्तर पुस्तिका जांच में हेराफेरी के आरोप
में कोडरमा जिले के 9 शिक्षक समेत राज्य के 157 शिक्षकों को ब्लैकलिस्टेड
किया गया है। इन शिक्षकों पर वर्ष 2016 में मैट्रिक व इंटर की उत्तर
पुस्तिका की जांच के दौरान 10 से 72 अंक तक की मनमानी वृद्धि करने का आरोपी
पाया गया है।
इनमें कोडरमा जिला से भी विभिन्न उच्च विद्यालयों के 9 शिक्षक शामिल हैं। इन शिक्षकों को वार्षिक माध्यमिक परीक्षा एवं इंटर परीक्षा 2016 की उतर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए परीक्षक के रूप में चयनित किया गया था, लेकिन परीक्षकों ने मूल्यांकन के दौरान भारी गड़बड़ी बरती है। इन परीक्षकों द्वारा मूल्यांकन की गई उतर पुस्तिका की दोबारा जांच बोर्ड ऑफिस द्वारा किया गया, जिसमें यह गड़बड़ी सामने आई है। लिहाजा ऐसे अधिकतर शिक्षकों को आजीवन उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन से दूर रखते हुए काली सूची में डाला गया है। इनमें मैट्रिक के 103 एवं इंटर के 54 शिक्षक शामिल हैं। वहीं इन शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए भी बोर्ड कार्यालय से प्रक्रिया अपनाई जा रही है। राज्य स्तर से ही शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
कोडरमा के इन शिक्षकों ने मूल्यांकन में की गड़बड़ी
जिले के 9 शिक्षकों ने मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में गड़बड़ी की है। यहां तक कि कोडरमा जिला के शिक्षकों ने मूल्यांकन के दौरान 10 से 72 अंक तक अधिक दे दिया है। इसमें गझंडी उत्क्रमित उच्च विद्यालय की शिक्षिका प्रियंका सिन्हा ने एक छात्र की उत्तर पुस्तिका में 10 अंक अधिक दे दिया। लिहाजा इन्हें तीन वर्ष के लिए मूल्यांकन से काली सूची में डाला गया है। इसी तरह सीडी बालिका उच्च विद्यालय झुमरीतिलैया के कृष्णा कुमारी ने 70 अंक अधिक दे दिया। इन्हें आजीवन काली सूची में डाला गया है। इसी तरह सीएम उच्च विद्यालय डोमचांच के शिक्षक बबन राम ने 41 अंक अधिक दे दिया। जबकि परियोजना उच्च विद्यालय मीरगंज के शिक्षक राजेंद्र प्रसाद ने अंग्रेजी के उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में एक परीक्षार्थी को 72 अंक अतिरिक्त दे दिया। परियोजना उच्च विद्यालय देवीपुर के शिक्षक रामगो¨वद ¨सह ने 40 अंक अतिरिक्त दिया है। वहीं परियोजना उच्च विद्यालय जयनगर के शिक्षक ने 60 अंक अधिक दिया। सीडी उच्च विद्यालय झुमरीतिलैया के लाल शर्मा ने 60 अंक अधिक दिया। वहीं सर्वोदय उच्च विद्यालय मरकच्चो के शिक्षक धर्मचंद मंडल ने 60 अंक अधिक दिया है। इन शिक्षकों को अजीवन मूल्यांकन से अलग रखने का निर्देश दिया गया है।
गड़बड़ी करनेवालों को अलग रखा गया है मूल्यांकन से : डीईईओ
जिला शिक्षा पदाधिकारी पीपी झा ने कहा कि पिछले वर्ष मूल्यांकन में अंकों में हेरफेरी करनेवालों को इस बार मूल्यांकन कार्य से अलग रखा गया है। उन्होंने कहा कि बोर्ड कार्यालय से कोडरमा के भी 9 शिक्षकों को चिह्नित किया गया है। इनके विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। वहीं इस बार मूल्यांकन में पारदर्शिता के लिए कई कदम उठाए गए हैं। सीसीटीवी कैमरा के निगरानी में मूल्यांकन किया जा रहा है। जिला को मैट्रिक के 60 हजार कॉपी मूल्यांकन का लक्ष्य मिला है। जबकि इस कार्य के लिए 97 शिक्षकों को लगाया गया है। इसमें 87 शिक्षकों का चयन बोर्ड कार्यालय स्तर से किया गया है। समय-समय पर वे स्वयं जांच कर स्थिति का जायजा ले रहे है। मूल्यांकन केंद्र में किसी की आवाजाही पर रोक है। जबकि शिक्षकों के लिए बॉयोमीट्रिक सिस्टम लगाए गए हैं। प्रत्येक शिक्षकों को 40 कॉपी जांच का लक्ष्य दिया गया है। 6 मई तक मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
इनमें कोडरमा जिला से भी विभिन्न उच्च विद्यालयों के 9 शिक्षक शामिल हैं। इन शिक्षकों को वार्षिक माध्यमिक परीक्षा एवं इंटर परीक्षा 2016 की उतर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए परीक्षक के रूप में चयनित किया गया था, लेकिन परीक्षकों ने मूल्यांकन के दौरान भारी गड़बड़ी बरती है। इन परीक्षकों द्वारा मूल्यांकन की गई उतर पुस्तिका की दोबारा जांच बोर्ड ऑफिस द्वारा किया गया, जिसमें यह गड़बड़ी सामने आई है। लिहाजा ऐसे अधिकतर शिक्षकों को आजीवन उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन से दूर रखते हुए काली सूची में डाला गया है। इनमें मैट्रिक के 103 एवं इंटर के 54 शिक्षक शामिल हैं। वहीं इन शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए भी बोर्ड कार्यालय से प्रक्रिया अपनाई जा रही है। राज्य स्तर से ही शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
कोडरमा के इन शिक्षकों ने मूल्यांकन में की गड़बड़ी
जिले के 9 शिक्षकों ने मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में गड़बड़ी की है। यहां तक कि कोडरमा जिला के शिक्षकों ने मूल्यांकन के दौरान 10 से 72 अंक तक अधिक दे दिया है। इसमें गझंडी उत्क्रमित उच्च विद्यालय की शिक्षिका प्रियंका सिन्हा ने एक छात्र की उत्तर पुस्तिका में 10 अंक अधिक दे दिया। लिहाजा इन्हें तीन वर्ष के लिए मूल्यांकन से काली सूची में डाला गया है। इसी तरह सीडी बालिका उच्च विद्यालय झुमरीतिलैया के कृष्णा कुमारी ने 70 अंक अधिक दे दिया। इन्हें आजीवन काली सूची में डाला गया है। इसी तरह सीएम उच्च विद्यालय डोमचांच के शिक्षक बबन राम ने 41 अंक अधिक दे दिया। जबकि परियोजना उच्च विद्यालय मीरगंज के शिक्षक राजेंद्र प्रसाद ने अंग्रेजी के उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन में एक परीक्षार्थी को 72 अंक अतिरिक्त दे दिया। परियोजना उच्च विद्यालय देवीपुर के शिक्षक रामगो¨वद ¨सह ने 40 अंक अतिरिक्त दिया है। वहीं परियोजना उच्च विद्यालय जयनगर के शिक्षक ने 60 अंक अधिक दिया। सीडी उच्च विद्यालय झुमरीतिलैया के लाल शर्मा ने 60 अंक अधिक दिया। वहीं सर्वोदय उच्च विद्यालय मरकच्चो के शिक्षक धर्मचंद मंडल ने 60 अंक अधिक दिया है। इन शिक्षकों को अजीवन मूल्यांकन से अलग रखने का निर्देश दिया गया है।
गड़बड़ी करनेवालों को अलग रखा गया है मूल्यांकन से : डीईईओ
जिला शिक्षा पदाधिकारी पीपी झा ने कहा कि पिछले वर्ष मूल्यांकन में अंकों में हेरफेरी करनेवालों को इस बार मूल्यांकन कार्य से अलग रखा गया है। उन्होंने कहा कि बोर्ड कार्यालय से कोडरमा के भी 9 शिक्षकों को चिह्नित किया गया है। इनके विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। वहीं इस बार मूल्यांकन में पारदर्शिता के लिए कई कदम उठाए गए हैं। सीसीटीवी कैमरा के निगरानी में मूल्यांकन किया जा रहा है। जिला को मैट्रिक के 60 हजार कॉपी मूल्यांकन का लक्ष्य मिला है। जबकि इस कार्य के लिए 97 शिक्षकों को लगाया गया है। इसमें 87 शिक्षकों का चयन बोर्ड कार्यालय स्तर से किया गया है। समय-समय पर वे स्वयं जांच कर स्थिति का जायजा ले रहे है। मूल्यांकन केंद्र में किसी की आवाजाही पर रोक है। जबकि शिक्षकों के लिए बॉयोमीट्रिक सिस्टम लगाए गए हैं। प्रत्येक शिक्षकों को 40 कॉपी जांच का लक्ष्य दिया गया है। 6 मई तक मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
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