रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार गुणवत्तापूर्ण
शिक्षा देने के लिए वचनबद्ध है. दो-तीन वर्ष में झारखंड को शिक्षित प्रदेश
बनाना है. राज्य के सभी सरकारी स्कूल के शिक्षकों को अगले वित्तीय वर्ष
में टैब दिये जायेंगे. इसके लिए सरकार 25 करोड़ रुपये खर्च करेगी. साथ ही
उन्हें ई-विद्या वाहिनी सॉफ्टवेयर से भी जोड़ा जायेगा. इसके तहत सरकारी
विद्यालयों की मॉनिटरिंग होगी. नौवीं व 10वीं के विद्यार्थियों को कोचिंग
दी जायेगी, ताकि वे इंजीनियरिंग व मेडिकल परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर
सकें. मुख्यमंत्री सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में राज्यस्तरीय गुणवत्त शिक्षा
कार्यक्रम (ज्ञानोदय) में लोगों को संबोधित कर रहे थे.
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करनेवालों पर होगी कार्रवाई : उन्होंने कहा : आज के समय में तकनीक का महत्वपूर्ण स्थान है. बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाना है. इसमें कोताही बरदाश्त नहीं की जायेगी. स्कूलों की आधारभूत संरचना में सुधार किया जा रहा है. गरीबी समाप्त करने में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा. सभी अधिकारियों व शिक्षकों की जिम्मेवारी है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें. बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करनेवालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. मुख्यालय में बैठे अधिकारी भी बीच-बीच में इसकी जांच करें. कार्यक्रम में विकास आयुक्त अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, स्कूली शिक्षा सचिव अाराधना पटनायक, शिक्षा विभाग के निदेशक आदि मौजूद थे.
संपर्क फाउंडेशन व अरविंद सोसाइटी के साथ एमओयू
- संपर्क फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष विनीत नायर ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया. संपर्क फाउंडेशन स्मार्टशाला कार्यक्रम के तहत 26 हजार प्राथमिक स्कूलों में पढ़नेवाले 40 लाख बच्चों को ऑडियो-वीडियो की मदद से गणित व अंगरेजी पढ़ायी जायेगी. इस पर संपर्क फाउंडेशन 40 करोड़ रुपये खर्च करेगा. इस मौके पर स्कूल के प्राध्यापकों के बीच किट का भी वितरण किया गया.
- अरविंद सोसाइटी के निदेशक संभ्रांत शर्मा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया. सोसाइटी की ओर से रूपांतर कार्यक्रम के तहत स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, ताकि छात्रों के मानसिक विकास जैसे अनछुए पक्ष को सामने लाया जा सके. साथ ही शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार को लेकर कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.
रांची व जमशेदपुर के शिक्षकों को मिला टैब
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान रांची व जमशेदपुर के 100-100 शिक्षकों को टैब प्रदान किया. रांची के शिक्षक रेयान अख्तर, बिन्नी विनीता, सिद्धार्थ सिंह व जमशेदपुर के ओम प्रकाश तिवारी समेत कई शिक्षकों को टैब दिये गये. कार्यक्रम के दौरान झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद को आइएसओ 9001:2015 का सर्टिफिकेट प्रदान किया गया.
ई-विद्या वाहिनी सॉफ्टवेयर लांच विद्यालय की होगी मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लर्निंग लिंक फाउंडेशन की ओर से तैयार ई-विद्या वाहिनी सॉफ्टवेयर को लांच किया. इसके तहत राज्य के सरकारी विद्यालयों की मॉनिटरिंग होगी. बच्चों व शिक्षक की उपस्थिति व मध्याह्न भोजन की जानकारी मिलेगी. विद्यालयों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की भी व्यवस्था की गयी है. यह डीबीटी से लिंक होगा. छात्रवृत्ति की भी जानकारी इसमें उपलब्ध होगी.
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