एजुकेशन रिपोर्टर | जमशेदपुर जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की आठवीं से 12वीं
कक्षा के लिए शनिवार को नियुक्ति प्रक्रिया संपन्न हुई। इस प्रक्रिया की
अजीब बात यह है कि शिक्षिकाओं को जो नियुक्ति पत्र मिलेगा, उसकी समय सीमा
31 मार्च को खत्म हो रही है।
इस तरह सिर्फ दो माह के लिए शिक्षिकाओं की नियुक्ति होगी। इस संबंध में विभाग द्वारा काउंसिलिंग में शामिल सभी आवेदकों से घोषणा पत्र भी ले लिया गया है।
जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शिक्षिकाओं के कुल 81 पदों के लिए 106 आवेदन प्राप्त हुए थे। लेकिन शनिवार को जमशेदपुर बालिका उच्च विद्यालय में आयोजित काउंसिलिंग में सिर्फ 56 उम्मीदवार ही शामिल हुए। काउंसिलिंग की पूरी प्रक्रिया जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार सिंह की देखरेख में संपन्न हुई। मालूम हो कि पूर्वी सिंहभूम के नौ प्रखंडों में संचालित प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालयों में नौ-नौ शिक्षिकाओं की नियुक्ति होनी है। इसके तहत भौतिकी के लिए दो, गणित के लिए सात, रसायन के लिए दो, जीव विज्ञान के लिए 15, इतिहास के लिए 21, भूगोल के लिए 13, अर्थशास्त्र के लिए 16, हिंदी के लिए 19 अंग्रेजी के लिए 16 अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया था।
^सरकार के निर्देश के तहत कस्तूरबा विद्यालयों के लिए जिनकी काउंसिलिंग हुई है, उनकी नियुक्ति की अवधि 31 मार्च 2017 तक ही रहेगी। इस नियुक्ति प्रक्रिया में 10 माह लग गए। जहां तक हमारे विभाग की बात है, जैसे ही नियुक्ति का निर्देश मिला, हमनें उसे पूरा किया। -राजकुमार प्रसादसिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम
क्यों कम आए आवेदक
कस्तूरबाविद्यालय में शिक्षिकाओं की नियुक्ति के लिए हुई काउंसिलिंग में कम आवेदकों के आने का मुख्य कारण भी नियुक्ति की अवधि मानी जा रही है। आवेदकों का कहना है कि दो माह के लिए नियुक्त होने से बेहतर है कि वे शामिल ही हों। कस्तूरबा विद्यालयों में नियुक्ति को लेकर महिला अभ्यर्थियों में किस प्रकार की अरुचि है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई विषयों में पद के मुकाबले आधे से भी कम अभ्यर्थी नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल होने पहुंचे।
जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को ग्रेड-2 से ग्रेड-7 तक में प्रोन्नति देने की प्रक्रिया पूरी हो गई। इसे लेकर शनिवार को उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक हुई। इसमें कुल 3154 शिक्षकों की प्रोन्नति पर स्थापना समिति की मुहर लगी। इसके लिए ग्रेड-4 में प्रोन्नति पाने वाले 469 शिक्षकों तथा हेडमास्टर बनने वाले 14 शिक्षकों की पदस्थापना पर भी जिला स्थापना समिति ने अंतिम मुहर लगा दी। बैठक में युक्तिकरण में रिक्त हुए 50 शिक्षकों के पद पर पदस्थापना भी कर दी गई। छहशिक्षकों की आरक्षित वर्ग में हुई थी नियुक्ति - इधर,प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के आदेश के बाद पूर्वी सिंहभूम जिले में नवनियुक्त छह शिक्षकों की सेवा समाप्ति के आदेश पर समिति ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। इसमें नवनियुक्त शिक्षक मो. मसूद आलम, मीरा दास, सव्यसाची सिंघा, किशोर कुमार, मालविका चटर्जी चैताली दत्ता शामिल हैं।
विषय कुल पद प्राप्त आवेदन अभ्यर्थी आए
हिंदी09 19 09
अंग्रेजी 09 10 09
इतिहास 09 22 09
भूगोल 09 13 07
अर्थशास्त्र 09 16 10
भौतिकी 09 02 02
गणित 09 07 03
रसायन 09 02 01
जीव विज्ञान 09 15 06
कस्तूरबा विद्यालय के लिए काउंसिलिंग करते शिक्षा विभाग के अधिकारी।
इस तरह सिर्फ दो माह के लिए शिक्षिकाओं की नियुक्ति होगी। इस संबंध में विभाग द्वारा काउंसिलिंग में शामिल सभी आवेदकों से घोषणा पत्र भी ले लिया गया है।
जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में शिक्षिकाओं के कुल 81 पदों के लिए 106 आवेदन प्राप्त हुए थे। लेकिन शनिवार को जमशेदपुर बालिका उच्च विद्यालय में आयोजित काउंसिलिंग में सिर्फ 56 उम्मीदवार ही शामिल हुए। काउंसिलिंग की पूरी प्रक्रिया जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार सिंह की देखरेख में संपन्न हुई। मालूम हो कि पूर्वी सिंहभूम के नौ प्रखंडों में संचालित प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालयों में नौ-नौ शिक्षिकाओं की नियुक्ति होनी है। इसके तहत भौतिकी के लिए दो, गणित के लिए सात, रसायन के लिए दो, जीव विज्ञान के लिए 15, इतिहास के लिए 21, भूगोल के लिए 13, अर्थशास्त्र के लिए 16, हिंदी के लिए 19 अंग्रेजी के लिए 16 अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया था।
^सरकार के निर्देश के तहत कस्तूरबा विद्यालयों के लिए जिनकी काउंसिलिंग हुई है, उनकी नियुक्ति की अवधि 31 मार्च 2017 तक ही रहेगी। इस नियुक्ति प्रक्रिया में 10 माह लग गए। जहां तक हमारे विभाग की बात है, जैसे ही नियुक्ति का निर्देश मिला, हमनें उसे पूरा किया। -राजकुमार प्रसादसिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम
क्यों कम आए आवेदक
कस्तूरबाविद्यालय में शिक्षिकाओं की नियुक्ति के लिए हुई काउंसिलिंग में कम आवेदकों के आने का मुख्य कारण भी नियुक्ति की अवधि मानी जा रही है। आवेदकों का कहना है कि दो माह के लिए नियुक्त होने से बेहतर है कि वे शामिल ही हों। कस्तूरबा विद्यालयों में नियुक्ति को लेकर महिला अभ्यर्थियों में किस प्रकार की अरुचि है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई विषयों में पद के मुकाबले आधे से भी कम अभ्यर्थी नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल होने पहुंचे।
जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को ग्रेड-2 से ग्रेड-7 तक में प्रोन्नति देने की प्रक्रिया पूरी हो गई। इसे लेकर शनिवार को उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक हुई। इसमें कुल 3154 शिक्षकों की प्रोन्नति पर स्थापना समिति की मुहर लगी। इसके लिए ग्रेड-4 में प्रोन्नति पाने वाले 469 शिक्षकों तथा हेडमास्टर बनने वाले 14 शिक्षकों की पदस्थापना पर भी जिला स्थापना समिति ने अंतिम मुहर लगा दी। बैठक में युक्तिकरण में रिक्त हुए 50 शिक्षकों के पद पर पदस्थापना भी कर दी गई। छहशिक्षकों की आरक्षित वर्ग में हुई थी नियुक्ति - इधर,प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के आदेश के बाद पूर्वी सिंहभूम जिले में नवनियुक्त छह शिक्षकों की सेवा समाप्ति के आदेश पर समिति ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। इसमें नवनियुक्त शिक्षक मो. मसूद आलम, मीरा दास, सव्यसाची सिंघा, किशोर कुमार, मालविका चटर्जी चैताली दत्ता शामिल हैं।
विषय कुल पद प्राप्त आवेदन अभ्यर्थी आए
हिंदी09 19 09
अंग्रेजी 09 10 09
इतिहास 09 22 09
भूगोल 09 13 07
अर्थशास्त्र 09 16 10
भौतिकी 09 02 02
गणित 09 07 03
रसायन 09 02 01
जीव विज्ञान 09 15 06
कस्तूरबा विद्यालय के लिए काउंसिलिंग करते शिक्षा विभाग के अधिकारी।
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