गोड्डा। झारखंड प्रदेश
का गोड्डा जिला स्वास्थ्य विभाग की तरह पर्याप्त मानव संसाधन की कमी का दंश
झेल रहा है। कई स्कूलों में बच्चों की पर्याप्त उपस्थिति के अनुरूप शिक्षक
की व्यवस्था नहीं है। जिस कारण सरकारी स्कूलों में बच्चों का नामांकन और
पढ़ाई हमेशा प्रभावित होता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इंटर की पढ़ाई
चारों संकाय-कला, विज्ञान, कॉमर्स और व्यवसायिक शिक्षा में होती है।
विद्यालय में दूर-दराज से गरीब लड़के और लड़कियां पढ़ने के लिए भी आते है।
विद्यालय में लगभग 500 बच्चे है जबकि मात्र 8 शिक्षक है। माध्यमिक विद्यालय
में 500 बच्चों पर मात्र 7 शिक्षक हैं।
तेनुघाट : बच्चों ने कबाड़ में दिखाई कलाकृति
एक ही कैम्पस के अंदर स्थित दोनों विद्यालय मात्र शिक्षकों की कमी के कारण बेहतर सेवा दे पाने में नाकाम साबित हो रहा है।
सरकार की अनदेखी के कारण अभिभावक अपने
बच्चों की इंटर स्तरीय शिक्षा बेहतर करवाने के लिए प्राइवेट संस्थानों की
तरफ रुख करते जा रहे है। जिस कारण गरीब अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ
भी पड़ रहा है।
पूरे विषय को लेकर विद्यालय प्रधानाचार्य
द्वारा विभाग को बराबर सूचना दी जा रही है। विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण
शिक्षा की कमी और बच्चों की घटती संख्या से भी अवगत कराया गया।
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